रूसी एयरलाइंस से पांच यात्रियों को उतारा, यात्रियों ने लगाया नस्लीय भेदभाव का आरोप

Tuesday, Mar 27, 2018 - 07:19 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः रूसी एयरलाइंस में एक बार फिर पांच यात्री नस्लीय भेदभाव का शिकार हुए। इन एशियाई-अमेरिकी यात्रियों ने शिकायत में बताया कि उन्हें न्यूयॉर्क जाने वाली फ्लाइट एयरोफ्लॉट से इसलिए उतारा गया क्योंकि उनके शरीर का रंग काला था। एयरलाइंस ने इन सभी यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से नई दिल्ली को रवाना कर दिया गया।

दूसरी फ्लाइट में किया गया शिफ्ट
रूसी एयरलाइंस एयरोफ्लॉट की फ्लाइट से निकाले गए सभी यात्री दक्षिण एशियाई मूल के हैं। एयरोफ्लॉट स्टाफ ने पांचों यात्रियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने दूसरी फ्लाइट में बैठने से इंकार किया। तो उन्हें वापस भारत भेज दिया जाएगा। एयरलाइंस ने सीट उपलब्ध नहीं होने का बहाना बनाकर इन यात्रियों को दूसरी फ्लाइट में शिफ्ट कर दिया। वहीं रूसी एयरलाइंस का यह भी कहना था कि इन यात्रियों के पास ट्रांजिट वीजा नहीं था। ऐसे में रूसी कानून के अनुसार वह २४ घंटे से ज्यादा न तो शेरेमेटेवो एयरपोर्ट पर रुक सकते थे और न ही रूस में रह सकते थे। इसलिए उन्हें दूसरी फ्लाइट में शिफ्ट किया गया था।

कई गुना मंहगी टिकट लेकर पहुंचे वाशिंगटन डीसी
दूसरी ओर यात्रियों ने रूसी एयरलाइंस की बातों को नकारते हुए कहा कि उन्होंने मास्को में यूएस एंबेसी को कॉल किया और बताया कि अमेरिकी नागरिकों को बिना उनकी मर्जी के किसी तीसरे देश में भेजना गैरकानूनी है। बता दें कि यात्रियों को दिल्ली पहुंचने के बाद पता चला कि अगले चार हफ्ते तक रूसी एयरलाइंस की कोई फ्लाइट न्यूयार्क के लिए उड़ान नहीं भरेगी। वहीं चार यात्रियों ने बताया कि एयरोफ्लॉट के कारण उन्होंने कई गुना अधिक टिकट खरीदकर वाशिंगटन डीसी की फ्लाइट पकड़ी। पांचवें यात्री को मियामी के लिए छह दिन बाद फ्लाइट मिली। 

Punjab Kesari

Advertising