क्या दोस्ती में आई दरार? भारत ने कम किया रूस से हथियार खरीदना

Tuesday, Mar 12, 2019 - 11:05 AM (IST)

वाशिंगटन : रूस का भारत को हथियार निर्यात 2009-13 और 2014-18 के बीच 42 प्रतिशत तक गिरा है। भारत दुनिया में प्रमुख हथियारों का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीपरी) ने अपनी रपट में यह जानकारी दी। सीपरी की अंतरराष्ट्रीय हथियार लेन - देन का रुख -2018 रपट के अनुसार 2009-13 के बीच भारत के कुल हथियार आयात में रूस से आयातित हथियारों का हिस्सा 76 फीसदी था जो 2014-18 में घटकर 58 फीसदी रह गया। रपट के अनुसार , 2009-13 के मुकाबले 2014-18 में देश में हथियारों का कुल आयात 24 प्रतिशत घटा है।

आयात के आंकड़ों में कमी की एक अहम वजह विदेशी आपूर्तिकर्ताओं से लाइसेंस के तहत होने वाली हथियारों की आपूर्ति में देरी होना भी है। हालांकि, इन सबके बावजूद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आयातक देश है। वैश्विक हथियार आयात में भारत का हिस्सा साढ़े नौ प्रतिशत के करीब है। वित्त वर्ष 2014-18 में अमेरिका , फ्रांस और इजरायल से भारत को हथियारों का निर्यात बढ़ा है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान का हथियार आयात 2009-13 और 2014-18 के बीच 39 प्रतिशत घटा है।

पाकिस्तान को अमेरिका सैन्य सहायता या हथियारों की बिक्री करने से परहेज कर रहा है। इस दौरान , अमेरिका का पाकिस्तान को हथियार निर्यात 81 प्रतिशत तक गिरा है। वर्ष 2014-18 में दुनिया के सबसे बड़े हथियार निर्यातकों में अमेरिका , रूस , फ्रांस , जर्मनी और चीन रहे जबकि सऊदी अरब , भारत , मिस्त्र , ऑस्ट्रेलिया और अलजीरिया सबसे बड़े आयातकों में शामिल रहे।

shukdev

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