5,683 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर

punjabkesari.in Wednesday, Oct 23, 2024 - 09:05 PM (IST)

चंडीगढ़, 23 अक्तूबर:  (अर्चना सेठी) मौजूद मंडीकरण सीजन 2024-25 के लिए धान भंडारण और मिलिंग के लिए 50 प्रतिशत से अधिक चावल मिलों को अलाट होने के साथ, राज्य के सभी जिलों में धान की लिफ्टिंग उचित ढंग चल रही है, अब तक कुल 10 लाख टन (266 टन लाख बोरियां) धान की लिफ्टिंग हो चुकी है।

 

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने बताया कि कुछ चावल मिलर समूहों की अलाटमैंट एवं मिलिंग में उपेक्षा के कारण शुरुआती बाधाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन अब राज्य भर के सभी जिलों में धान लिफ्टिंग प्रक्रिया शुरू कर दी तेजी हो गई है आज प्रदेश में 2 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की लिफ्टिंग हुई है।

 

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब में कुल 5000 चावल मिलों में से 3,120 मिलों ने आवंटन के लिए पहले ही आवेदन कर दिया है, जिनमें से 2522 चावल मिलों को आवंटित किया जा चुका है। इसके अलावा प्रक्रियाधीन अन्य 100 मिलों का आवंटन आज शाम तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि लगभग 1550 चावल मिलों ने खरीदे जाने वाले धान के भंडारण और मिलिंग के लिए राज्य एजेंसियों के साथ समझौते किए है, जबकि लगभग 150 प्रक्रियाधीन हैं।

 

उन्होंने कहा कि उचित खरीद प्रक्रिया सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसानों को अपनी उपज के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।कटारूचक्क ने कहा कि राज्य भर की मंडियों में अब तक कुल 38 लाख मीट्रिक टन धान की आमद हुई है, जिसमें से 34.5 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने आगे बताया कि मंडियों में धान की आमद लगभग 4.5 लाख मीट्रिक टन प्रतिदिन हो गई है और राज्य में धान की दैनिक खरीद का औसत भी 4.5 लाख मीट्रिक टन प्रतिदिन है।

 

मंत्री ने कहा, फिलहाल राज्य में बिना बिके धान की आमद एक दिन से भी कम है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य भर में बारदाना, लेबर और परिवहन सहित सभी आवश्यक प्रबंध किए गए है।

 

न्यूनतम समर्थन मूल्य भुगतान के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 5,683 करोड़ रुपये पहले ही किसानों के खातों में सीधे ट्रांसफर किए जा चुके है।

 

उन्होंने किसानों की मेहनत से पैदा हुए एक-एक अनाज को खरीदने की राज्य सरकार की वचनबद्धता की पुष्टि करते हुए आश्वासन दिया कि धान की उपज जल्द ही 4 लाख मीट्रिक टन प्रतिदिन तक पहुंच जाएगी।

 


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Content Editor

Archna Sethi

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