अब सरकार ने भी माना कि सुरक्षा के लिहाज से खतरा बन सकते हैं रोहिंग्या

Wednesday, Apr 19, 2017 - 11:57 PM (IST)

जम्मू: रोहिंग्या क मामला जम्मू कश्मीर में अब तूल पकड़ता जा रहा है। यह रोहिंग्या लोग बंगलादेश और बर्मा के नागरिक हैं। जम्मू और सांबा में यह लोग लंबे समय से रह रहे हैं। पिछले कुछ समय से इन्हें जम्मू कश्मीर से बाहर निकालने को लेकर प्रदर्शन और चर्चाएं हो रही हैं। इनका जम्मू कश्मीर में होना देश की सुरक्षा से जुड़ा है। सरकार ने भी अब इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है। यह लोग संवेदनशील इलाकों में रह रहे हैं और ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी खतरा बन सकते हैं।


अब जम्मू कश्मीर सरकार भी इस बात को मान रही है कि इन विदेशी लोगों से सुरक्षा एजेंसियों को खतरा हो सकता है। रियासत के डिप्टी सीएम डा निर्मल सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार इनको देश से बाहर निकालने की नीति बना रहा है। इस पर ठोस तरीके से काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा और पीडीपी सरकार के बीच जो एजेंडा आफ अलायंस तया हुआ है उसको लेकर भाजपा और केन्द्र सरकार गंभीर है और उस पर काम हो रहा है।


जम्मू में हजारों की संख्या में है रोहिंग्या
जम्मू कश्मीर में मौजूदा समय में 5743 रोहिंग्या रह रहे हैं। इस बारे में विधानसभा में स्वयं सीएम महबूबा ने एक लिखित प्रश्र के जवाब में लिखित जानकारी दी थी। उन्होंने यह भी बताया कि इन पर और इनकी मद्द करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

 

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