रोड एक्सीडैंट मामला : पत्नी बोली पति की मौत के जिम्मेदार डाक्टर को मिले सजा लोगों से करवा रही हस्ताक

Thursday, Dec 08, 2016 - 01:36 PM (IST)

पंचकूला(मुकेश) : चंडीगढ़ के रहने वाले और दिल्ली में बिजनैस करने वाले अजय गुप्ता (45) को साइकिलिंग का बहुत शौक था लेकिन उन्हें नहीं मालूम था कि लोगों की जान बचाने वाला डाक्टर ही एक दिन उनकी दर्दनाक मौत का जिम्मेदार होगा। 

 

अपने पति की मौत के जिम्मेदार डाक्टर सुनील कुमार को सजा दिलवाने के लिए अजय की पत्नी अपर्णा गुप्ता ने मैडीकल काऊंसिल ऑफ इंडिया का दरवाजा खटखटाया है  ताकि आरोपी डाक्टर की मैडीकल प्रैक्टिस पर प्रतिबंध लग सके। जस्टिस पाने के लिए अपर्णा ने सिग्नेचर कैंपेन भी छेड़ रखा है, जिसमें अब तक करीब 4788 लोग उनकी सपोर्ट में आए हैं। 

 

क्या लिखा मैडीकल काऊंसिल को :

अपर्णा ने मैडीकल काऊंसिल ऑफ इंडिया को लिखा है कि उनके पति अजय गुप्ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि हादसे के बाद जो चोटें उन्हें आईं, वह बर्दाशत करने वाली नहीं थीं। यही वजह है कि उस हादसे में अजय के बचने की चांस बहुत कम थे। आरोपी डाक्टर सुनील कुमार अगर अपने प्रौफैशन के प्रति गंभीर होते और जख्मी अजय को तुरंत अस्पताल लेकर जाते तो उनकी जान बचाने की कोशिश की जा सकती थी लेकिन डा. सुनील ने ऐसा नहीं किया और मौका पाकर कार को वहीं पर छोड़कर फरार हो गया। यही वजह है कि जहां पर हर डाक्टर मरीज को बचाने के लिए खड़ा रहता है, ऐसी हालत में डा. सुनील वहां से भाग खड़े हुए। 

 

आप लोगों का साथ चाहिए :
अपर्णा ने लिखा है कि मैं अकेली यह लड़ाई नहीं लड़ सकती। इसके लिए आप लोगों की स्पोर्ट की जरूरत है। ज्यादा से ज्ज्यादा लोग याचिका पर हस्ताक्षर करें और साथ जुड़ें ताकि मेरे पति के साथ जो डाक्टर सुनील ने किया वह बिना सजा मिले न रह जाए। यही नहीं, मैडिकल काऊंसिल ऑफ इंडिया भी यह जान सके कि देश की जनता इस मामले से जुड़ी हुई है और जो डाक्टर अपनी ड्यूटी से भागे, उसे समाज में कोई जगह नहीं मिलनी चाहिए। 

 

क्या है मामला :

चंडीगढ़ के सैक्टर-46 स्थित आशियाना पब्लिक स्कूल की डायरैक्टर ललिता प्रकाश के बेटे अजय गुप्ता 13 अगस्त दिन शनिवार सुबह साइकिलिंग करते हुए पंचकूला तक पहुंच गए थे। सुबह करीब 8 बजे बैलाविस्टा चौक के पास अजय की साइकिल को पीछे से तेज रफ्तार सफेद रंग की होंडा सिटी कार चालक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार चालक साइकिल सवार अजय को काफी दूर से घसीटता हुआ ले गया था। हादसे के बाद अजय को सैक्टर-6 के सामान्य अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने कमांड अस्पताल के डाक्टर सुनील कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर कार और साइकिल को कब्जे में ले लिया था। हादसे के बाद आरोपी डाक्टर मौके से भाग खड़ा हुआ था। 

 

बेटा जब बड़ा हो तो उसे पता चले-पिता के हत्यारे को सजा मिली :

मैडीकल काऊंसिल को अपर्णा ने स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि वह अपने पति को न्याय दिलाना चाहती हैं और दूसरा जब उनका एक साल का बेटा कबीर बड़ा हो तो उसे पता चले कि उसके पिता को मारने वाले शख्स को वाजिब सजा मिली। मैडिकल काऊंसिल ऑफ इंडिया डाक्टर सुनील को ऐसी सजा दे कि ताकि भविष्य में कोई डाक्टर ऐसी गलती न कर सके। 

 

ये हैं मांगें :
2002 रेैगुलेशंस के सैक्टर-8 के तहत माकूल सजा के साथ-साथ डिसिप्लिनरी एक्शन लिया जाए।
मैडिकल काऊंसिल आरोपी डाक्टर सुनील को सेना के कमांड अस्पताल से बाहर का रास्ता दिखाया जाए।
मैडिकल प्रैक्टिशनर्स के रजिस्टर से डा. सुनील के नाम को हटा दिया जाए।
मैडिकल प्रैक्टिस करने पर प्रतिबंध लगाया जाए।


 

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