Salute: सिर पर लगी गोली, फिर भी अकेले 3 आतंकियों पर भारी पड़े जांबाज ऋषि

Friday, Apr 28, 2017 - 10:14 AM (IST)

नई दिल्लीः कश्मीर के कुपवाड़ा में गुरुवार सुबह आतंकियों ने आर्मी कैंप पर हमला कर दिया था, जिसमें कैप्टन समेत तीन जवान शहीद हो गए थे। सेना की जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी भी मारे गए थे। इस हमले में नायक बनकर उभरे कैंप में तैनात सफाईकर्मी जवान ऋषि कुमार। अदम्य साहस का परिचय देते हुए ऋषि कुमार ने घायल होने के बावजूद दो आतंकियों को ढेर कर दिया।

गनर ऋषि बताई आंखोंदेखी
गनर ऋषि कुमार पंजगाम के आर्टीलरी बेस में संतरी ड्यूटी पर तैनात थे। तड़के 4.30 बजे के आसपास ऋषि को कैंप की फेंसिंग तोड़ घुसने की कोशिश करते कुछ लोग दिखे। ऋषि ने तुरंत पेट्रोल पार्टी को अलर्ट किया। इस बीच, आतंकी फेंसिंग तोड़ कैंप में अंधाधुंध फायरिंग करते हुए घुसने में कामयाब हो गए थे। आतंकियों से लोहा ले रहे पेट्रोल पार्टी में शामिल एक जवान नायक बी. वी. रमन्ना आतंकियों की ओर से हो रहे फायरिंग में जख्मी हो चुके थे, बाद में वे शहीद हो गए।

गनर होकर भी संभाला मोर्चा
ऋषि कुमार जो कि सफाईकर्मी हैं ने साहस दिखाते हुए आतंकियों के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया। आतंकियों ने ऋषि कुमार की ओर फायरिंग की। एक गोली ऋषि कुमार के पटका यानी हेडगियर में लगी। ऋषि कुमार गिर गए लेकिन उन्हें गंभीर चोट नहीं आई। ऋषि कुमार ने जांबाजी से सुबेदार भूप सिंह की राइफल लेकर आतंकियों ताबड़तोड़ पायरिंग कर दी। ऋषि कुमार ने सैनिकों की बैरक की ओर बढ़ रहे एक आतंकी को वहीं ढेर कर दिया।

आतंकियों पर पड़े जांबाज ऋषि
अपने साथी की मौत के बाद दूसरे आतंकी ने ऋषि कुमार पर फायरिंग शुरू कर दी।  ऋषि कुमार की जांघ पर गोली लगी लेकिन उनकी हिम्मत ने जवाब नहीं दिया। जख्मी  होकर गिरने के बावजूद भी ऋषि कुमार ने पूरा मैगजीन दूसरे आतंकी पर खाली कर दिया। ऋषि की फायरिंग से दूसरा आतंकी भी वहीं ढेर हो गया। अब तीसरे आतंकी ने ऋषि कुमार पर फायरिंग शुरू कर दी। ऋषि कुमार ने तीसरे आतंकी की राइफल पकड़ ली तभी सेना की क्विक रिएक्शन टीम को अपनी ओर बढ़ते देख वो आतंकी हथियार छोड़ फरार हो गया। फिलहाल सेना तीसरे आतंकी की तलाश में है। घटनास्थल से तीन एके-47, ग्रेनेड समेत दूसरे हथियारों की बरामदगी हुई है। इससे साबित होता है कि आतंकियों की प्लानिंग बड़े हमले की थी। वहीं जहां एक तरफ सेना आतंकियों से लड़ रही है तो दूसरी ओर वहां के स्थानीय लोगों की पथरबाजी का भी सेना सामना कर रही है।

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