RFID टैग के बिना दिल्ली में एंट्री होगी महंगी, आज खत्म हो रही समय-सीमा

Friday, Aug 23, 2019 - 10:35 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली में बिना रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन (RFID) टैग वाले कमर्शल वाहनों की एंट्री आज से महंगी पड़ने जा रही है। एनवायरनमेंट पलूशन कंट्रोल अथॉरिटी के अनुसार शुक्रवार रात से दिल्ली बॉर्डर पर बिना टैग के एंट्री के लिए दोगुना टोल टैक्स और एनवायरनमेंट क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (ECC) देना होगा। दिल्ली के टोल नाकों पर कॉमर्शियल वाहनों के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआइडी) टैग अनिवार्य किए जाने को लेकर समय सीमा अब बढ़ाकर 23 अगस्त कर दी गई थी जो आज से खत्म हो गई है। वहीं 22 अगस्त तक डेढ़ लाख के आस-पास ही टैग लिए गए हैं। जबकि 13 बॉर्डरों से 7 से 8 लाख कमर्शल गाड़ियां गुजरती हैं। दूसरी तरफ कमर्शल गाड़ी चालकों का कहना है कि कंपनी एक दिन में सिर्फ 6 से 7 हजार टैग ही जारी कर रही है, जिस कारण बॉर्डरों पर लंबी लाइनें लग रही हैं। चालकों ने बताया कि जनके पास टैग हैं, उन्हें भी रिचार्ज करने में समस्या आ रही है। ईपीसीए ने साफ किया है कि सर्दियों से पहले इस सिस्टम को लागू करना जरूरी है।

क्या है RFID टैग
ईपीसीए के मुताबिक आरएफआईडी टैग एनएचएआई के टोल सिस्टम से अलग हैं। इन टैग में ऐसा सिस्टम लगाया गया है, जिससे गाड़ियों की उम्र का पता टोल बेरियर पर चलेगा और बेरियर ओपन नहीं होगा। इसी वजह से एनएचएआई के साथ इस टैग को लिंक नहीं किया जा रहा है। ईपीसीए के मुताबिक इस टैग से दिल्ली में आने वाली उन गाड़ियों को भविष्य में सीमित किया जा सकता है, जिससे प्रदूषण फैलता हो।

यहां शुरू हुआ RFID सिस्टम
दिल्ली के 13 एंट्री पॉइंट कुंडली, रजोकरी, टिकरी, आया नगर, कालिंदी कुंज, कापसहेड़ा, शाहदरा मैन, शाहदरा फ्लाईओवर, गाजीपुर, डीएनडी, बदरपुर-फरीदाबाद मेन, बदरपुर-फरीदाबाद फ्लाईओवर पर जुलाई में ही आरएफआईडी सिस्टम शुरू हो चुका है। वहीं ईपीसीए के मुताबिक जिन गाड़ियों ने टैग लिए हैं वो दिल्ली में कई बार एंट्री करती हैं और रेग्युलर हैं। इससे जाम से भी छुटकारा मिलेगा।

Seema Sharma

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