तमिलनाडु हिंसा: कई इलाकों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक, DMK ने किया बंद का ऐलान

Thursday, May 24, 2018 - 12:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता की स्टरलाइट कॉपर इकाई को ले​कर छिड़ा विवाद अभी थमता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। राज्य सरकार ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए तूतीकोरिन और उसके आसपास के तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है। सरकार ने इन तीन जिलों में 23 मई से 27 मई तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने का निर्देश दिया। दरअसल सोशल मीडिया के जरिए लोगों में बढ़ते गुस्से को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। 

सरकार ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश प्रसारित होने का आरोप लगाते हुए एक आदेश में कहा कि ऐसे संदेशों से तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर संयंत्र के खिलाफ करीब 20 हजार लोगों की बड़ी भीड़ एकत्रित हो गई। इसका परिणाम बाद में हिंसा के रूप में सामने आया। वहीं प्रदर्शन में मारे गए लोगों को लेकर डीएमके ने राज्यभर में 25 मई को बंद का ऐलान किया है। इसके साथ ही पार्टी वेदांता स्टरलाइट कॉपर यूनिट को हमेशा के लिए बंद करने का भी मुद्दा उठाएगी।

बता दें कि स्थानिय लोगों का आरोप है कि संबंधित इकाई की वजह से क्षेत्र में भूजल प्रदूषित हो रहा है। जिसके विरोध में किया जा रहा प्रदर्शन मंगलवार को हिंसक हो गया और पुलिस गोलीबारी में 11 लोगों की मौत हो गई थी। राज्य सरकार ने हिंसा की जांच के लिए मद्रास उच्च न्यायालय की सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरुणा जगदीशन के नेतृत्व में एक आयोग का गठन किया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस हिंसा को लेकर तमिलनाडु के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो हफ्ते में एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है। 

वहीं मद्रास हाईकोर्ट के मदुरै पीठ ने विरोध प्रदर्शन के बीच बुधवार को तूतीकोरिन जिले में वेदांता के कॉपर स्मैल्टर प्लांट के विस्तार पर रोक लगा दी है। इस प्लांट के बंद होने से 32 हजार 500 नौकरियों पर असर पड़ा है।कम से कम 30 हजार अप्रत्यक्ष कर्मचारी कारखाना बंद होने से बेरोजगार हो गए हैं, जोकि सप्लायर्स, लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट, कॉपर वॉयर यूनिट अन्य गतिविधियों के जरिए कारखाने से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए थे। 

vasudha

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