तमिलनाडु में हाईकोर्ट के फैसले से पहले रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू

Monday, Oct 22, 2018 - 07:49 PM (IST)

नेशनल डेस्कः हाईकोर्ट के फैसले से पहले तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर से हलचल शुरू हो गई है। सत्ताधारी पार्टी ने अपने विधायकों को विपक्षी खेमे से बचाने के लिए रिजॉर्ड पॉलिटिक्स भी शूरू हो गई है। अन्नाद्रमुक के बागी नेता टीटीवी दिनाकरण ने अपने  कैंप के अयोग्य करार दिए गए 17 विधायकों को तिरुनेलवली के पास स्थित रिजॉर्ट में जाने को कहा है।



माना जा रहा है कि इन विधायकों की किस्मत का फैसला मद्रास हाईकोर्ट इस सप्ताह कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पी वेत्रिवेल को छोड़कर सभी विधायक फैसला आने तक कोर्टाल्लम के एक रिजॉर्ट में रहेंगे। दिनाकरण के बेंगलुरु जेल में शशिकला से मिलने के चंद घंटों बाद ही अयोग्य करार दिए विधायकों को रिजॉर्ट में भेजने का फरमान जारी हो गया। खबरें हैं कि ई. पलानसामी और ओ. पन्नीरसेल्वम मिलकर दिनाकरण के करीबी विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

 

दिनाकरण के बेंगलुरु जेल में शशिकला से मिलने के चंद घंटों बाद ही अयोग्‍य करार दिए विधायकों को रिजॉर्ट में भेजने का फरमान जारी हो गया. खबरें हैं कि ई पलानीसामी और ओ पन्‍नीरसेल्‍वम मिलकर दिनाकरण के करीबी विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मद्रास हाईकोर्ट द्वारा 14 जून को विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के फैसले पर सुनवाई करते हुए बंटा फैसला दिया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस एम. सत्यनारायण को तीसरा जज नियुक्त किया था। उन्होंने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखा हुआ है।



हाईकोर्ट के इस फैसले पर राज्य के साथ ही राष्ट्रीय पार्टियों की भी नजरें हैं। फैसले से राज्य में राजनीतिक माहौल बदलने की संभावना जताई जा रही है। यदि कोर्ट अपने पुराने फैसले को बरकरार रखता है तो इन सीटों पर उपचुनाव होंगे। वहीं फैसला बदले जाने पर तमिलनाडु सरकार अल्पमत में आ जाएगी और उसे बहुमत साबित करना होगा। पलानीसामी को 116 विधायकों का समर्थन है। इसमें से 4 बागी हो चुके हैं। 

Yaspal

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