गणतंत्र दिवस Pics: 75 फ्लाई पास्ट पर टिकीं सबकी निगाहें, जमीं से आकाश तक छाया तिरंगा...राजपथ पर दिखा सैन्य शौर्य

Wednesday, Jan 26, 2022 - 04:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश के 73वें गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड के दौरान ‘आजादी का अमृत महोत्सव' मनाने के लिए 75 विमानों का भव्य ‘फ्लाइपास्ट' आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा। परेड के दौरान राजपथ पर देश की सैन्य ताकत और जीवंत सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया गया। भारतीय सेना ने गणतंत्र दिवस परेड में सेंचुरियन टैंक, पीटी-76 टैंक, 75/24 पैक हॉवित्जर और ओटी-62 टोपाज बख्तरबंद वाहन जैसे प्रमुख हथियारों और साजो-सामान का प्रदर्शन किया, जिन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को हराने में प्रमुख भूमिका निभाई थी।

भारत ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत का जश्न मनाने के लिए 2021 में स्वर्णिम विजय साल मनाया था। इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश का सृजन हुआ था। सेना की टुकड़ियों ने एक पीटी-76 टैंक, एक सेंचुरियन टैंक, दो एमबीटी अर्जुन एमके-आई टैंक, एक ओटी-62 टोपाज बख्तररबंद, एक बीएमपी-आई पैदल टुकड़ी वाले वाहन और दो बीएमपी-द्वितीय पैदल टुकड़ी वाले वाहनों को प्रदर्शित किया।

समारोह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय समर स्मारक पर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। साल 1971 और इसके पहले और बाद के युद्धों सहित सभी युद्धों के समस्त भारतीय शहीदों के नाम राष्ट्रीय समर स्मारक पर अंकित किए गए हैं। 

आम जन बने मुख्य अतिथि
 इस साल परेड में कोई मुख्य अतिथि नहीं था। बहरहाल, परेड में स्वच्छाग्रह, अग्रिम मोर्चे के कर्मी, ऑटो रिक्शा चालक, निर्माण कार्य में लगे श्रमिक और भव्य झांकी तैयार करने वाले मजदूर विशिष्ट अतिथियों के रूप में शामिल हुए।

परेड की कमान परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा ने संभाली और मेजर जनरल आलोक काकर परेड के सेकेंड-इन-कमांड रहे। राजपथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान की धुन बजाई गई। परंपरा के अनुसार 21 तोपों की सलामी 871 फील्ड रेजिमेंट की ‘सेरेमोनियल बैटरी' द्वारा दी गई, जिसकी कमान लेफ्टिनेंट कर्नल जितेंद्र सिंह मेहता ने संभाली।

झांकियों ने जीता दिल
 भारतीय सेना की 61 ‘कैवेलरी रेजीमेंट' के घुड़सवार सैनिकों का दल गणतंत्र दिवस परेड की पहली मार्चिंग टुकड़ी रहा। इस दल का नेतृत्व मेजर मृत्युंजय सिंह चौहान ने किया।
विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी विभागों ने भी झांकियां निकालीं और जल जीवन मिशन जैसी अहम पहलों को रेखांकित किया। केंद्रीय लोक निर्माण विकास की झांकी के जरिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार लोक अदालत को दर्शाने वाली एक झांकी निकाली गई।

Seema Sharma

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