इस बार गणतंत्र दिवस होगा कुछ खास, देखती रह जाएगी पूरी दुनिया

Tuesday, Jan 23, 2018 - 07:34 PM (IST)

नई दिल्ली( ब्यूरो)-  गणतंत्र दिवस परेड पर भारत की सैन्य ताकत की झांकी तो देखने को मिलेगी ही भारत की कूटनीतिक ताकत के भी दर्शन दस देशों के प्रमुखों की एक साथ मौजूदगी से दिखाई देगी। भारत के किसी राष्ट्रीय समारोह में दस देशों के राष्ट्रप्रमुखों का  विशेष अतिथियों के तौर पर मौजूद रहना भारत का  दक्षिण पूर्व एशिया के इलाके में बढ़ता प्रभाव का सूचक है जिसे पहली बार न केवल भारत के लोग बल्कि पूरी दुनिया के लोग देखेंगे।

 इस मौके पर दक्षिण पूर्व एशिया के दस देशों को अपनी सांस्कृतिक ताकत भी दिखाने  का मौका मिलेगा जब दस देशों के स्कूली बच्चे अपने देशों की सांस्कृतिक झांकी पेश कर आकर्षण  का केन्द्र बनेंगे। परेड में भारतीय सैनिकों की टुकडी  दक्षिण  पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के ध्वज के साथ सभी सदस्य देशों के ध्वज भी लेकर चलेंगे।  गणतंत्र दिवस परेड पर किसी विदेशी राष्ट्रप्रमुख को मुख्य अतिथि केतौर पर आमंत्रित करने की परम्परा 1950 से ही रही है लेकिन एक साथ दस देशों के राष्ट्रप्रमुखों को पहली बार मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित कर भारत ने दक्षिण पूर्व एशिया के साथ अपने विशेष रिश्तों को दर्शाया है और यह भी संदेश दिया है कि दक्षिण पूर्व एशियाई देशें के दिलों में भारत का कितना अहम स्थान है।

26 जनवरी को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान भारत अपनी सैन्य ताकत का अद्भुत प्रदर्शन देश में विकसित कई तरह की मिसाइलों के जरिये करेगा। परेड की जानकारी देते हुए थलसेना के मेजर जनरल राजपाल पुनिया ने कहा कि पेरड में देश में विकसित ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का प्रदर्शन किया जाएगा जो चार सौ किलोमीटर दूर तक मार करने वाली है।उन्होंने बताया कि ब्रह्मोस की इससे भी अधिक मारक दूरी वाली मिसाइल का विकास का काम देश में चल रहा है। इसके अलावा देश में ही विकसित जमीन से आसमान में किसी लडाकू विमान को मार गिराने वाली आकाश मिसाइल को भी परेड में पेश किया जाएगा। परेड में भीष्म टी-90 मेन बैटल टैंक भी दिखाए जाएंगे।  परेड में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकासाधीन निर्भय मिसाइल प्रणाली भी दिखाई जाएगी।

परेड की शुरआत एमआई-17 और रुद्र सशस्त्र हेलीकाप्टरों की फ्लाई पास्ट से शुरू होगी और सशस्त्र सेनाओं की 16 मार्चिंग कंटिनजेंट भी सलामी मंच से गुजरेंगी।   90 मिनट तक चलने वाली परेड के दौरान विभिन्न राज्यों से 23 झांकियां भी पेश की जाएंगी जो भारत की सांस्कृतिक विभिन्नता दर्शाएंगी। इस बार सीमासुरक्षा बल की महिला जवानों द्वारा रोमांचक मोटर साइकल डिस्प्ले भी दिखाई जाएगी।

परेड में बड़ा आकर्षण वायुसेना के विभिन्न  परिवहन और लड़ाकू विमान और हेलीकाप्टर होंगे जो धीमी गति से उड़ते हुए सलामी मंच के ऊपर से गुजरेंगे।  भारतीय वायुसेना के सबसे संहारक लडाकू विमान सुखोई-30एमकेआई द्वारा रोंगटे खड़े करने वाली  वर्टिकल चार्ली  उड़ान से परेड का समापन होगा।
 


 

Advertising