नहीं रहे मशहूर गुजराती हास्य लेखक पद्मश्री तारक मेहता
Wednesday, Mar 01, 2017 - 11:43 AM (IST)
अहमदाबाद: प्रख्यात गुजराती हास्य लेखक, नाट्यकार और स्तंभ लेखक पद्मश्री तारक मेहता, जिनके प्रमुख संकलित उपन्यास ‘दुनिया ने उंधा चश्मा’ के आधार पर सफलता के कई कीर्तिमान बनाने वाले लोकप्रिय हास्य टेलीविजन धारावाहिक ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ का निर्माण किया गया है, का आज यहां लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। वह अपने पीछे दूसरी पत्नी इंदु तथा अपनी पहली पत्नी से जन्मी पुत्री इशानी को छोड़ गए हैं।
26 दिसंबर 1929 में यहां जन्मे मेहता ने गुजराती साहित्य विषय से बीए और एमए की पढ़ाई मुंबई से की थी। सामयिक विषयों को अलग नजरिये से छूने वाले उनके साप्ताहिक धारावाहिक लेख दुनिया ने उंधा चश्मा का वर्ष 1971 से लगभग 40 साल तक निरंतर जानी मानी गुजराती पत्रिका चित्रलेखा में होता रहा था। उन्हें कई तरह के पुरस्कार मिले थे और वर्ष 2015 में उन्हे पद्मश्री से नवाजा गया था।
टेलीविजन पर उनके संकलित उपन्यास पर आधारित धारावाहिक का प्रसारण सब टीवी ने वर्ष 2008 में शुरू किया था जिसने कुछ ही समय में सफलता के कीर्तिमान बना डाले। इसका प्रसारण अब भी जारी है।
Renowned Indian humorist and playwright Taarak Mehta passes away at the age of 87 years after prolonged illness pic.twitter.com/3BVkWFXFPP
— ANI (@ANI_news) March 1, 2017
इसके मुख्य कलाकार दिलीप जोशी समेत गुजराती साहित्य और नाट्य जगत की हस्तियों और राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्ति किया है। रूपाणी ने अपने शोक संदेश में कहा है कि लोगों के चेहरे पर बरबस हंसी ला देने वाले मेहता के निधन के समाचार से उन्हें दुख पहुंचा है। मेहता के परिजनों ने उनकी इच्छा के अनुरूप निधन के बाद उनके देहदान का निर्णय लिया है।
The popular series 'Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah' is TV adaptation of Padma Shri Taarak Mehta's column 'Duniya Ne Undha Chasma' pic.twitter.com/zSf1sPFFok
— ANI (@ANI_news) March 1, 2017