भारत में लॉकडाउन में राहत देने से बढ़ेगा कोरोना के कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा- विशेषज्ञ

Friday, May 15, 2020 - 08:33 PM (IST)

नई दिल्ली/डेस्क। भारत में लॉकडाउन के बाद भी बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों पर पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, प्रोफेसर के श्रीनाथ रेड्डी ने बड़ी बात कही है। उनका मानना है भारत में अगर लॉकडाउन में ढील दी गई तो कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन के लिए भारत को फिर तैयार होना होगा।

उन्होंने कहा है कि भारत में जिस तेजी से कोरोना वायरस फैल रहा है उसे देखते हुए भारत को कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन पर फैलने के खतरे सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। लॉकडाउन में राहत देने के चलते कोरोना का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल सकता है।

तीन चरणों पर आधारित
इसके लिए उन्होंने बताया कि यह कोरोना के तीन चरणों पर आधारित है। भारत में दूसरे चरण तक कोरोना पहले ही आ चुका है और अब लॉकडाउन के बीच भी अगर भारत में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं तो यह कहा जा सकता है कि अब आगे भारत तीसरे चरण पर पहुंचने वाला है!

उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना का कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन उन देशों में भी देखा गया है जहां यह महामारी बन चुका है और अब भारत में भी वहीँ कंडीशन बनी हुई है। इसलिए देश को कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन के लिए तैयार रहना होगा।

कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन एक खतरा
रेड्डी कहते हैं कि कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन एक खतरा है। जिसके लिए सचेत हो जाना जरूरी है। भारत में भले ही मृत्यु दर बाकी देशों की तुलना में कम है लेकिन इसके बाद भी कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन के खतरे को अवॉयड नहीं किया जा सकता।

नहीं कर सकते अनदेखा
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में मृत्यु दर कम होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन फिर भी हम कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन को अनदेखा नहीं कर सकते। इसके लिए जरूरी होगा कि लॉकडाउन में ढील न दी जाए और सामाजिक/शारीरिक दूरी बना कर रखी जाए। हाथ धोने जैसी आदतें बनी रहें और लोग मास्क पहन कर जीना सीख लें।

 

Chandan

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