कोई नहीं रोक पा रहा ट्रंप का विजय रथ

Tuesday, May 24, 2016 - 09:25 PM (IST)

अमरीका में पंजीकत मतों के मामले में राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार ने अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन से बढ़त बनाई हुर्इ् हैं। कुछ दिन पूर्व हुए सर्वेक्षण में हिलेरी उनसे सात प्रतिशत मतों से आगे थीं। ट्रंप को पछाड़ना हिलेरी के लिए मुश्किल क्यों बनता जा रहा है। इसके लिए मतदाताओं के अंतरमन को टटोलने का प्रयास किया गया। सीएनएन डॉट कॉम के साभार से यह जानकारी मिली है। इससे लगता है कि अमरीका के मतदाता ट्रंप से बुरी तरह प्रभावित हैं। 

जनसभाओं में डोनाल्ड ट्रंप केो देखने के लिए उमड़ने वाले लोगों का कहना है कि वे देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति से खुश नहीं हैं। इनमें ज्यादातर लोग श्वेत हैं। उन्हें डर है कि वे अल्पसंख्यकों और आप्रवासी लोगों द्वारा विस्थापित कर दिए जाएंगे। वे खिन्न हैं कि अमरीका का इस्तेमाल गलत तरीके से किया जा रहा हैं। यदि ट्रंप की बात करें तो वे उन्हें सफल मानते हैं। ये लोग उनके असाधारण चुनाव अभियान में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं।

देश की सभी कोने में मतदाता सबसे आगे चल रहे रिपब्लिकन उम्मीदवार के प्रति वफादारी दिखाने का संकल्प ले चुके हैं। ये वे लोग हैं जो किसान, नर्सिंग होम और छोटे कारोबारी हैं। इससे पहले वे मिट रोमानी और बराक ओबामा को अपना वोट दे चुके हैं। इन मतदाताओं में कॉलेज जाने वाले छात्र भी हैं, जो पहली बार इस वर्ष नवंबर में अपने इस अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। साथ ही, रिटायर व पुराने योद्धा भी हैं, जो द्वितीय विश्व युद्ध में भाग ले चुके हैं।

ट्रंप में ये लोग अमरीका के अगले राष्ट्रपति की छवि देखते हैं। इनमें से एक वोटर कहते हैं कि ट्रंप का हर मुद्दे पर रवैया स्पष्ट है। उनमें अमरीका के मूल निवासी की झलक है। भाषण की कला उन्हें आती है और आप्रावासियों पर नजरिया राहत देने वाला है जिन्होंने अमरीका की आबादी को कई हिस्सों में बंटते हुए देखा है। एक मतदाता तो इतने प्रभावित हैं कि ट्रंप की हां में हां मिलाते हुए कहते हैं कि आईएसआईएस पर बमबारी करके उसे समाप्त कर देना चाहिए। यह आत्मविश्वास बहुत कम राजनीतिज्ञों में ही देखने को मिलता है। लोग कहते हैं कि व्यापार में उनका कौशल इस बात का यकीन दिलाता है कि वे देश की अर्थव्यवस्था को वहीं ले जाएंगे जहां वह संपन्न स्थिति में थी।

अहम बात यह भी है कि राष्ट्रपति पद के लिए मची होड़ में डोनाल्ड ट्रंप किसी को भी अपनी सीमाओं को भेदने नहीं दे रहे। वे अपने चुनावी अभियान के शुरुआती दिनों से ही भाषणों में उत्तेजनात्मक शब्दों का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। उनके समर्थक इन्हें बड़े चाव से सुनते हैं। ये शब्द कई बार झगड़ालू और हिंसक भी होते हैं। एक बार तो उनके शब्दों ने प्रदर्शनकारियों का जातिगत अपमान किया और अपशब्द तक बोल दिए गए थे। सीएनएन के संवाददाताओं ने पिछले कुछ महीनों में अलग-अलग 31 शहरों में लोगों से इस बारे में बात की। उनसे ट्रंप के भाषणों में इस्तेमाल किए गए अपशब्दों पर प्रतिक्रिया मांगी गई। इससे आधुनिक राजनीति के बारे में उनकी बेमिसाल तस्वीर देखने को मिली।

ट्रंप से प्रभावित एक समर्थक ने यहां तक कह दिया कि उनकी अपने लोगों में गहरी निष्ठा है। अगर वे 5 एवेन्यू के बीच खड़े होकर किसी को गोली भी मार सकते हैं तो भी उनके मतदाताओं की संख्या में कमी नहीं आएगी। सीएनएन को कई लोगों ने बताया कि वे ट्रंप के भाषणों में इस्तेमाल किए जाने वाले उत्तेजनात्मक शब्दों से उनके प्रति अपनी राय को नहीें बदलने वाले। वे इसे उनका अपने आप को व्यक्त करने का सीधा-सपाट तरीका मानते हैं।

अमरीका के मतदाताओं में यह उत्साह है कि उनका देश असुरक्षित है और ट्रंप ही उसे विकट परिस्थितियों से निकाल सकते हैं। बड़ी बात यह है कि वह सेलिब्रिटिज हैं और उनकी पृष्ठभूमि एक व्यापारी के रूप में है। उनका विश्वास है कि अमरीका अपनी प्रतिष्ठा को खो रहा है और ट्रंप ही उसे बचा पाने में सक्षम हैं। लोगों में गुस्से की लहर भी है कि श्वेत अमरीकी निवासियों को उनके कड़े परिश्रम का फल क्यों नहीं मिल रहा है ? कुछ लोग टैक्स क्यों नहीं चुका रहे हैं ? कुछ लोगों के पास नौकरी क्यों नहीं है और वे गैर कानूनी तरीके से उनके देश में कैसे आ गए ?

सीएनएन ने लोगों से बातचीत के दौरान पाया कि बहुसंख्या में श्वेत लोगों के विचार में भिन्नता पाई गई कि क्या सरकार को श्वेत और अल्पसंख्यकों के बीच आय समानता कायम रखनी चाहिए। दूसरी ओर, 57 प्रतिशत श्वेत लोगों ने कहा कि जिम्मेदारी नहीं है। जबकि अफ्रीकन-अमरीकन के 67 प्रतिशत के बहुमत और 63 प्रतिशत लातिन अमरीकी लोगों ने इसे सरकार की ही जिम्मेदारी बताया। गर्भवती विदेशी महिलाओं के अमरीका आकर बच्चों को जन्म देने फिर नागरिकता पाने के ​तरीकों पर चिंता जताई गई है। कई लोग ट्रंप के मैक्सिको की सीमाओं पर दीवार बना देने के विचार पर सहमत हैं। वे सभी में अमरीका में आप्रावासियों की बढ़ती संख्या को रोकना चाहते हैं। वे ओबामा को मुस्लिम मानते हैं और उनके जन्मस्थान पर ट्रंप की बात को सही मानते हैं। 

इन सब बातों के अलावा ट्रंप के नारे हमें अमरीका को पुन: महान बनाना है , ने भी लोगों पर जादू का काम किया है।

Advertising