जाकिर नाईक को इंटरपोल से मिली राहत, नहीं जारी होगा रेड कॉर्नर नोटिस

Saturday, Dec 16, 2017 - 11:04 PM (IST)

नई दिल्लीः इस्लामी धर्मगुरू जाकिर नाईक को पकड़ने की भारत कोशिशों को बड़ा झटका लगा है। इंटरपोल ने जाकिर नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से इनकार कर दिया है। इंटरपोल के इस फैसले पर इस्लामिक धर्मगुरू ने खुशी जताते हुए कहा है, 'मुझे ज्यादा खुशी होती अगर भारतीय एजेंसियां भी मुझे आरोपों से मुक्त कर देतीं।' इंटरपोल ने जाकिर के वकील को खत के जरिए सूचना दी है कि सबूत के अभाव में जाकिर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के आग्रह को रद्द कर दिया गया है।

फिर से अपील करेगा NIA
NIA के प्रवक्ता आलोक मित्तल ने बयान दिया है कि इंटरपोल ने जाकिर के नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस इसलिए नहीं जारी किया क्योंकि जब अपील की गई थी, तब जाकिर पर चार्जशीट फाइल नहीं हुई थी। अब एनआईए नए सिरे से नोटिस जारी करने की अपील करेगा क्योंकि एजेंसी की मुंबई कोर्ट में जाकिर के खिलाफ चार्जशीट दायर है। भारतीय एजेंसियों ने जाकिर के प्रत्यर्पण हेतु इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की दर्ख़्वास्त की थी, ताकि उसे भारत लाया जा सके। बता दें कि भारतीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक आतंकी घटना में जाकिर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।

मलेशिया में ले रखी है शरण
डॉक्टर नाईक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड विधान की धारा 20 (b), 153 (a), 295 (a), 298 and 505 (2) के तहत आरोप तय किए गए हैं। रिपोर्टों के मुताबिक जाकिर मलेशिया में शरण लिए हुए है। बांग्लादेश में आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों ने जब जाकिर से प्रभावित होने की बात कबूली तो वो 1 जुलाई, 2016 को भारत से भाग गया। 

कई देशों में बैन नाईक का चैनल
NIA ने जाकिर पर देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया है। आतंकी संगठन ISIS में शामिल होने के लिए देश छोड़ने वाले भारतीय युवकों ने भी भारतीय एजेंसियों को बताया था कि वे जाकिर के भाषण से प्रभावित थे। जाकिर नाईक के पीस टीवी को कई देशों में बैन किया गया है।

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