किसी से भी वार्ता को तैयार लेकिन आतंक और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते: राजनाथ

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 11:28 PM (IST)

श्रीनगर : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि केन्द्र पाकिस्तान सहित किसी से भी बातचीत करने को तैयार है लेकिन आतंक और बातचीत कभी एक साथ नहीं चल सकते। गृह मंत्री ने प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पिछले चार से पांच महीनों में काफी बदलाव आया है। पथराव की घटनाओं में कमी आई है और आतंकवदियों की भर्ती में भी कमी आई है।

PunjabKesariगृह मंत्री ने विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उन्होंने उन सभी से जम्मू कश्मीर में होने वाले पंचायत चुनाव में भाग लेने की अपील की है। अनुच्छेद 35-ए पर विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि केन्द्र के पास जम्मू कश्मीर से संबंद्ध किसी संवैधानिक प्रावधान को बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव सफलतापूर्वक कराने के लिए राज्य को बधाई दी और कहा कि प्रदेश में स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव कराना ऐतिहासिक कदम है।

PunjabKesariसिंह ने कहा, ‘बड़ी से बड़ी समस्याओं का सामना किया जा सकता है और मसलों को लोकतांत्रिक तरीकों से हल किया जा सकता है। जम्मू कश्मीर की अनेक समस्याओं को भी लोकतंत्र के जरिए हल किया जा सकता है। मैं प्रदेश की जनता से लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लेने की अपील करता हूं।’ उन्होंने कहा कि जो लोकतंत्र में यकीन नहीं रखते वे लोगों के हिमायती कभी नहीं हो सकते। नेशनल कान्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने हाल ही में प्रदेश में हुए शहरी निकाय चुनावों का बहिष्कार किया था।

PunjabKesariउन्होंने कहा कि जहां तक वार्ता की बात है तो सरकार को किसी से भी बातचीत करने में समस्या नहीं है। गृह मंत्री ने कहा, ‘लेकिन हमारी ओर से एक शर्त है। कम से कम उन्हें यह भी देखना चाहिए कि पाकिस्तान भारत में आतंकवाद प्रायोजित कर रहा है साथ ही आतंकवाद को बढ़ावा भी दे रहा है। हमें आश्वासन दीजिए कि पाकिस्तान की ओर से ऐसे कोई प्रयास नहीं होंगे। आतंक और वार्ता कभी एक साथ नहीं चल सकते।’

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shukdev

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