अमरिंदर की दोस्त अरूसा ने तोड़ी चुप्पी, सुखजिंदर रंधावा व मुस्तफा को लेकर कही बड़ी बात

Wednesday, Oct 27, 2021 - 01:41 PM (IST)

इस्लामाबादः  पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम ने आखिर  कैप्टन अमरिंदर और ISI के साथ संबंधों को लेकर चुप्पी तोड़ दी है। इस दौरान अरूसा आलम ने  पंजाब के उपमुख्यमंत्री और गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे सुखजिन्दर सिंह रंधावा और नवजोत सिंह सिद्दू पर निशाना साधते हुए  कहा कि वह इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के साथ अपने कथित संबंधों को लेकर भारतीय एजेंसियों की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने पिछले सप्ताह कहा था कि आलम का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ कोई संबंध है या नहीं इसकी जांच की जाएगी।

 आलम ने इन आरोपों को ‘‘अपमानजनक और बेहद निराशाजनक'' बताया।  आलम ने  कहा, ‘‘अगर भारत की केन्द्रीय एजेंसियां इस मामले की जांच करना चाहती हैं तो मैं सहयोग करने को तैयार हूं। भारत मेरे खिलाफ आधारहीन प्रोपगैंडा की जांच करने के लिए किसी तीसरे देश के जांचकर्ताओं की भी मदद ले सकता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘16 साल पहले जब किन्हीं कारणों से मुझे भारतीय वीजा देने से मना कर दिया गया था, उस वक्त भारत सरकार ने ऐसी जांच की थी और बाद में वीजा जारी किया गया था।'' पत्रकार ने कहा कि वह अंतिम बार नवंबर में भारत यात्रा पर गयी थीं और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह   इस विवाद के बावजूद  अभी भी मेरे अच्छे मित्र हैं।'' उन्होंने कटाक्ष किया कि उनके माध्यम से ISI ने आखिर क्या ‘राज' हासिल कर लिया होगा।

उन्होंने गुस्से में कहा, ‘‘ये आरोप अपमानजनक और बेहद निराशाजनक हैं।'' रंधावा के बयान पर कि ISI के साथ महिला पत्रकार के संबंध हैं या नहीं इसकी पुष्टि करने के लिए जांच की जाएगी, आलम ने आरोप लगाया, ‘‘ISI के साथ मेरे तार जोड़ने का विचार नवजोत सिंह सिद्धू के मुख्य रणनीतिकार (मोहम्मद) मुस्तफा का होगा। संभवत: उन्होंने सिद्धू  को सलाह दी होगी कि मुख्यमंत्री बनने के प्रयास में बुरी तरह विफल होने के बाद वह ISI वाली बात कहें। ISI वाली बात भारत में खूब पसंद की जाती है।'' महिला पत्रकार ने ISI  के साथ उनके संबंधों की जांच करवाने के रंधावा के दावे को लेकर उनके अधिकार क्षेत्र पर भी सवाल उठाया।

उन्होंने कहा, ‘‘रंधावा को उनका अधिकार क्षेत्र नहीं पता है। लेकिन, अगर वह मेरी जांच करना चाहते हैं तो, उनका बहुत स्वागत है।'' रंधावा ने दावा किया कि अमरिन्दर सिंह वर्षों से आलम के मित्र हैं और वह वर्षों से भारत में रह रही थीं और केन्द्र ने समय-समय पर उनका वीजा बढ़ाया है। पंजाब में पिछले महीने हुए राजनीतिक बदलावों के संदर्भ में उन्होंने हाल ही में सवाल किया, ‘‘अरूसा साढ़े चार साल तक भारत में रहीं और समय-समय पर उनकी वीजा अवधि बढ़ाई गई। दिल्ली ने उनका वीजा रद्द क्यों नहीं किया? जब हम अमरिन्दर सिंह के खिलाफ गए तब उन्होंने भारत क्यों छोड़ा?'' अमरिन्दर ने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि रंधावा उन पर निजी हमले कर रहे हैं।

Tanuja

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