53 भारत रत्न के पुरस्कार विजेताओं में सिर्फ एक बिजनेसमैन, अब रतन टाटा को मिलेगा सर्वोच्च सम्मान, जानें कैसे मिलता है Bharat Ratna Award

punjabkesari.in Saturday, Oct 12, 2024 - 11:47 AM (IST)

नेशनल डेस्क: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन और प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके अंतिम संस्कार में देश की अनेक महत्वपूर्ण शख्सियतें शामिल हो रही हैं।

इस बीच, रतन टाटा को 'भारत रत्न' सम्मान देने की मांग उठ रही है। इस संदर्भ में, महाराष्ट्र कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पास किया है। महाराष्ट्र सरकार अब इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के समक्ष पेश करेगी। साथ ही, कैबिनेट की बैठक में रतन टाटा को श्रद्धांजलि भी दी गई है।

अब तक कुल 53 व्यक्तियों को यह सम्मान मिल चुका है। यह सम्मान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए दिया जाता है। भारत रत्न पाने वाले 53 व्यक्तियों की सूची में एकमात्र व्यवसायी जहांगिरी रतनजी दादाभाई टाटा हैं, जिन्हें जेआरडी टाटा के नाम से जाना जाता है।

जेआरडी टाटा को 1992 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार उन्हें उद्योग, विमानन, और सामाजिक कार्यों में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया था। यह सम्मान तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा द्वारा उन्हें प्रदान किया गया।

इस प्रकार, जेआरडी टाटा भारत रत्न पाने वाले पहले और एकमात्र उद्योगपति हैं। इससे पहले, 1955 में उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।

बता दें कि भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिसे देश के प्रति विशिष्ट और असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है। इस सम्मान का चयन और प्रदान करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:

1. योग्यता:
भारत रत्न किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है, चाहे वह किसी भी क्षेत्र में काम कर रहा हो। इसमें विज्ञान, साहित्य, कला, खेल, सामाजिक कार्य, या किसी अन्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान शामिल हो सकता है। किसी व्यक्ति का योगदान भारत के विकास, सामाजिक सुधार, या मानवता के कल्याण में महत्वपूर्ण होना चाहिए।

2. चयन प्रक्रिया:
भारत रत्न की सिफारिश आमतौर पर केंद्रीय मंत्रियों, राज्य सरकारों, या अन्य संबंधित व्यक्तियों द्वारा की जाती है। सिफारिशें राष्ट्रपति को भेजी जाती हैं। राष्ट्रपति, जो भारत रत्न की नियुक्ति के लिए अंतिम प्राधिकृत होते हैं, इन सिफारिशों पर विचार करते हैं।

3. अनुदान:
भारत रत्न का पुरस्कार कभी भी ज्यादा से ज्यादा तीन व्यक्तियों को एक साथ दिया जा सकता है, लेकिन इसे एक वर्ष में किसी भी संख्या में प्रदान किया जा सकता है। पुरस्कार के तहत एक मेडल, एक प्रमाणपत्र और एक पेंशन का प्रावधान होता है। मेडल के डिजाइन में भारत के प्रतीक "अशोक स्तंभ" शामिल होता है।

4. प्रदर्शन:
पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति को एक भव्य समारोह में सम्मानित किया जाता है, जिसमें राष्ट्रपति या अन्य उच्च अधिकारी शामिल होते हैं।

भारत रत्न का पुरस्कार भारतीय संस्कृति, समाज और विज्ञान में उत्कृष्टता का प्रतीक है, और इसे प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को एक महान सम्मान माना जाता है। 


 


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Content Writer

Anu Malhotra

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