सी-फेसिंग बंगले पर मिलते थे राम रहीम और हनीप्रीत

Saturday, Sep 09, 2017 - 01:27 AM (IST)

मुम्बई: रेपिस्ट राम रहीम जेल की सलाखों के पीछे भी हनीप्रीत से मिलने के लिए बेचैन है। ऐसे में कई राज पर से पर्दा उठाने के लिए पुलिस हनीप्रीत की तलाश में जुटी हुई है। इस खोज में पुलिस मुम्बई के उस ठिकाने पर पहुंच गई है जहां गुरमीत राम रहीम और हनीप्रीत अकेले समय गुजारा करते थे।


ऐसे में खुलासा हुआ है कि हनीप्रीत सिर्फ सिरसा या दूसरे डेरों पर ही नहीं बाबा के साथ मुम्बई के एक फ्लैट में भी आया करती थी। यह फ्लैट भी कोई ऐसा-वैसा फ्लैट नहीं है बल्कि मुम्बई के सबसे पॉश इलाके जुहू बीच के करीब सी-फेसिंग बिल्डिंग में स्थित है। राम रहीम इस बिल्डिंग की छठी और 7वीं मंजिल पर रहा करता था। सूत्रों की मानें तो हनीप्रीत अक्सर इस फ्लैट पर आती थी। सोसायटी के लोगों ने कुछ वक्त पहले राम रहीम को नोटिस भी थमाया था। राम रहीम की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों के चलते पार्किंग एरिया हमेशा भरा रहता था। इससे सोसायटी के अन्य मैम्बरों को परेशानी होती थी। इसी के चलते यह नोटिस दिया गया था।

 

डेरा प्रमुख तथा राजनीतिक गठजोड़ हिंसा के लिए जिम्मेदार : अंशुल
डेरा सच्चा सौदा के अखबार ‘पूरा सच’ के पूर्व सम्पादक के बेटे ने आरोप लगाया कि पिछले 15 सालों में हरियाणा और पंजाब की सरकारों और डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के बीच गठजोड़ ही पंचकूला ङ्क्षहसा के लिए जिम्मेदार है। डेरा के शिकार ‘पूरा सच’ अखबार के पूर्व सम्पादक रामचंद्र छत्रपति के पुत्र अंशुल छत्रपति ने पत्रकारों से कहा कि डेरे और कुछ राजनेताओं ने मामले को दबाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय तक पर दबाव बनाया था लेकिन मैं सी.बी.आई. के उन अधिकारियों के जज्बे को सलाम करता हूं जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में सच्चाई का दामन नहीं छोड़ा और न्याय दिलाने के रात-दिन मेहनत की। 


उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वालों को उन पीड़ित बेटियोंं की सुध नहीं आई जिन्होंने गुरमीत राम रहीम का 15 साल तक संताप झेला और संघर्ष करती वे साध्वियां सत्यपथ के मार्ग पर डटी रहीं। डेरे के आतंक के सामने भी ये बेटियां टूटी नहीं, झुकी नहीं। कोई भी नेता पिछले 15 सालों में उन्हें सांत्वना देने तक नहीं पहुंचा।

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