विदाई देने के बाद राज्यसभा सोमवार तक स्थगित

Wednesday, Mar 28, 2018 - 05:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राज्यसभा के 60 सदस्यों की बुधवार को विदाई देने के बाद सदन की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के कारण सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सेवानिवृत्त हो रहे साठ सदस्यों को विदाई दी गयी, विदाई में सभापति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सदन के नेता अरुण जेटली, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आकााद ने सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों को शुभ कामनायें दीं और इन सदस्यों के साथ अपने अनुभव साझा किये। 

इसके बाद दो बजकर चालीस मिनट पर भोजनावकाश के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गयी। दोबारा सदन की कार्यवाही जब शुरू हुई तो उपसभापति पी जे कुरियन ने कुछ सरकारी बैंकों में हुए घोटाले पर अल्पकालिक चर्चा की शुरुआत की तब अन्नाद्रमुक के नेता नवनीत कृष्णण ने कावेरी बोर्ड का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उच्चतम न्यायलय के फैसले को लागू नहीं किया जाना संविधान का सरासर उल्लंघन हैं। उन्होंने अपने सांसदों की ओर से आत्मघाती कदम उठाने की चेतावनी दी, इसके बाद कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी के तीन नेताओं ने नियम 267 के तहत चर्चा कराने की नोटिस दी है, इसलिए वे उसी नियम के तहत चर्चा के लिए तैयार हैं।

उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि नोटिस स्वीकार करने का अधिकार सभापति का है, इसलिए वे लोग सभापति से बात करें। आज की कार्यसूची में अल्पकालिक चर्चा दर्ज है, इसलिए वे इस पर चर्चा करा रहे हैं।  इस पर आनंद शर्मा ने कहा कि नियम 168 के तहत सदस्य को यह जानने का अधिकार है कि उनकी नोटिस किन कारणों से अस्वीकृत की गयी, उन्हें नोटिस खारिज होने की कोई लिखित सूचना नहीं दी गयी, लेकिन श्री कुरियन नहीं माने। उन्होंने अल्पकालिक चर्चा शुरू की तभी कांग्रेस और अन्नाद्रमुक के सदस्य सभापति के आसन के पास आकर हंगामा करने लगे। इस बीच संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि अल्पकालिक चर्चा शुरू करने वाले हरिवंश, रूपा गांगुली और आर के सिन्हा भी सदन में नहीं हैं। इसलिए भ्रष्ट्राचार निरोधक संशोधन विधेयक लिया जाये लेकिन विपक्षी सदस्यों का हंगामा जारी रहा।  सदन में हंगामे को देखते हुए कुरियन ने सोमवार तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। 

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