लोकसभा में उठा चीन का मुद्दा, राजनाथ सिंह बोले- देश की सुरक्षा को लेकर न करें चिंता

Wednesday, Dec 04, 2019 - 01:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के साथ सीमा की अवधारणा को लेकर मतभेद की बात स्वीकार करते हुये बुधवार को लोकसभा में कहा कि हमारी सेना हर चुनौती का सामना करना करने के लिए तैयार है और सीमा की सुरक्षा को लेकर चिंता की आवश्यकता नहीं है। सिंह ने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाये जाने पर कहा कि सीमा सुरक्षा को लेकर सेना चौकस है और पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। 

रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है और इसमें किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिये। वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर चीन के साथ अवधारणा संबंधी मतभेद चले आ रहे हैं। दोनों पक्षों द्वारा अवधारणा की सीमा तक गश्त किया जाना आम बात है। इस कारण कभी-कभी चीनी की सेना हमारी सीमा में आ जाती है और कभी-कभी हम भी उधर चले जाते हैं। सीमा सुरक्षा को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।

सिंह ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच कभी-कभी संघर्ष की स्थिति भी बन जाती है, लेकिन सूझबूझ से दोनों सेनाएं संघर्ष बढ़ने नहीं देती। इस मुद्दे पर चीन के साथ बातचीत के लिए कई माध्यम हैं। दीर्घकालीन मुद्दों को राजनयिक स्तर पर सुलझाने के भी उपाय हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सुरक्षा आवश्यकता के बारे में जागरूक है। सीमा पर सड़क, हवाई संपर्क और सुरंगों जैसे बुनियादी ढाँचों का विकास किया जा रहा है। उन्होंने एक बार फिर दुहराया कि सीमा सुरक्षा को लेकर चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है। 

इससे पहले चौधरी ने यह मुद्दा उठाते हुये कहा कि भारत दो शत्रु राष्ट्रों से घिरा है। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है। हम उसके खिलाफ बार-बार आवाज उठाते हैं, लेकिन पाकिस्तान को पनाह देने वाले चीन के खिलाफ हमारी नीति काफी नरम है। अरुणाचल पूर्व से सदस्य तापिर गाओ द्वारा पिछले दिनों सदन में उठाये गये मुद्दे का हवाला देते हुये उन्होंने कहा कि चीन राज्य में 50 से 60 किलोमीटर तक घुस गया है और वहाँ कब्जा कर लिया है। उन्होंने पूछा कि पाकिस्तान के खिलाफ हमारा रुख आक्रमक रहता है, लेकिन चीन के खिलाफ हमारी नीति नरम पड़ जाती है। क्या हम चीन से डरते हैं? 
 

vasudha

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