सीमावर्ती आबादी हमारी सामरिक ताकत: राजनाथ

Thursday, Jul 12, 2018 - 06:11 PM (IST)

नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाली आबादी को देश की सामरिक ताकत बताते हुए आज कहा कि यह सीमाओं की सुरक्षा व्यवस्था का अहम हिस्सा है। गृह मंत्री ने सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रमों को लागू करने वाले फील्ड और राज्य स्तर के अधिकारियों के साथ गुरुवार को विभिन्न विकास परियोजनाओं और उन्हें ज्यादा प्रभावशाली बनाए जाने के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीमावर्ती आबादी देश के लिए सामरिक ताकत की तरह है और यह सीमाओं को सुरक्षित बनाए रखने की व्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सीमावर्ती गांवों में सामाजिक और आर्थिक ढांचागत सुविधाओं की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इससे इन लोगों का इन क्षेत्रों में रहना आसान बनेगा। इस आबादी को संपर्क, स्वच्छ पेयजल, स्कूल, अस्पताल और अन्य ढांचागत सुविधाएं उपलबध कराने को सरकार उन्होंने सरकार की प्राथमिकता बताया। 

जरूरत के हिसाब से जारी की जाएगी अतिरिक्त राशि 
 सिंह ने कहा कि केन्द्र सीमावर्ती क्षेत्र विकास कार्यक्रमों के लिए राज्यों को निरंतर मदद देता रहा है। वर्ष 2017-18 में इसके तहत 1,100 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गयी जबकि वर्ष 2015-16 में यह 990 करोड़ रुपए थी। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्यों के चहुमुखी विकास के लिए 61 गांवों को आदर्श गांवों के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इसके लिए केन्द्र सरकारों को 126 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है। जरूरत के हिसाब से अतिरिक्त राशि भी जारी की जाएगी। प्रत्येक आदर्श गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक शिक्षा, सामुदायिक केन्द्र, संपर्क सुविधा, जल निकासी और पेयजल सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।  

Anil dev

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