सबरीमाला पर बोले रजनीकांत- मंदिर की परंपराओं में न करें हस्तक्षेप

Saturday, Oct 20, 2018 - 06:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां कई लोग उच्चतम न्यायलय के फैसले का स्वागत कर रहे हैं तो वहीं कई इसका विरोध कर रहे हैं। वही इसी बीच दक्षिण के मशहूर अभिनेता रजनीकांत की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से पालन की जा रही मंदिर की परंपराओं में कोई भी हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। 

परंपराओं का लंबे समय से हो रहा पालन 
रजनीकांत ने संवाददाताओं से कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं की बराबरी को लेकर कोई दूसरा मत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब आप किसी मंदिर के बारे में बात करते हैं तो प्रत्येक मंदिर के कुछ रीति-रिवाज एवं परंपराएं होती हैं जिनका लंबे समय से पालन हो रहा है। मेरी विनम्र राय यह है कि किसी को भी उसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।

मी टू का न करें दुरुपयोग 
अभिनेता ने कहा किशीर्ष अदालत के फैसले का सम्मान होना चाहिए हालांकि इस ओर भी इशारा किया कि बात जब धर्म एवं संबंधित रिति-रिवाजों की हो तो एहतियात बरतना चाहिए। सरकार ने जब से कहा है कि वह उच्चतम न्यायालय के फैसले का पालन करेगा तभी से सबरीमला मंदिर में रजस्वला आयु वर्ग की लड़कियों एवं महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ केरल में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं रजनीकांत ने ‘मी टू’ अभियान पर कहा कि यह महिलाओं के लिए हितकारी था।  हालांकि उन्होंने चेताया कि इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए और उचित तरीके से प्रयोग होना चाहिए।      


 

vasudha

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