राजस्थानः पूर्व कांग्रेस विधायक विवेक धाकड़ ने किया सुसाइड, दोनों हाथ की नसें काटकर दी जान
punjabkesari.in Thursday, Apr 04, 2024 - 09:46 PM (IST)
नेशनल डेस्कः राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक रहे विवेक धाकड़ ने आत्महत्या कर ली। धाकड़ ने गुरुवार सुबह अपने हाथ की नसें काटकर खुद की जान दे दी। आत्महत्या से पहले विवेक धाकड़ ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है। बता दें कि पूर्व विधायक विवेक धाकड़ के पिता इंजीनियर कन्हैयालाल धाकड़ भी भीलवाड़ा जिला परिषद के जिला प्रमुख रह चुके हैं। विवेक की पत्नी सरकारी सेवा में हैं और उनकी एक बेटी भी है।
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
कांग्रेस नेता की सुसाइड को लेकर भीलवाड़ा शहर के सुभाषनगर थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर ने कहा कि आज सुबह हमें जानकारी मिली कि पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने सुसाइड कर लिया और उनका शव हॉस्पिटल मोर्चरी में रखा हुआ है। इस सूचना पर हम अस्पताल पहुंचे। फिर हम जब पूर्व विधायक विवेक धाकड़ के निवास पर गए तो वहां जिस कमरे में उन्होंने सुसाइड किया, उसकी तलाश ली। इस दौरान हमें एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में जो तथ्य थे, उसकी हम विस्तृत जांच करेंगे।
सुसाइड नोट में क्या लिखा?
पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने अपने सुसाइड नोट में पापा, दीदी, अपनी बेटी शेफाली एवं समस्त सहयोगी व समर्थकों से माफी मांगते हुए अपने अंगदान करने की इच्छा जताई है। पूर्व विधायक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, अथक प्रयासों के बाद भी मैं अपने आप और आपकी शुभकामनाओं के बावजूद ऐसा करने को मजबूर हो गया। मैं चाहता हूं कि मेरा शोषण एवं कष्ट देने वाले मुझे लकड़ी और संवेदना नहीं दें। मेरी कोई स्मृति शेष न रखें। दुआ करें यदि अगला जन्म हो तो बहुत अच्छा हो या मोक्ष को प्राप्त होकर मुक्त हो जाऊं।
हजारों लोगों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर ने बताया कि प्रथम दृष्टया गृह कलेश का मामला ही लगता है। पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने आत्महत्या के लिए अपने कमरे में ब्लड से अपने दोनों हाथों की कलाई की नसें काट ली थीं और इससे पहले फांसी लगाने का प्रयास भी किया था। वहीं मांडलगढ़ क्षेत्र के पूर्व विधायक विवेक धाकड़ को बिजोलिया क्षेत्र में स्थित धाकड़ विद्यापीठ में हजारों लोगों ने नम आंखों से विवेक के पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मांडलगढ़ सहित भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ जिले के काफी संख्या में उनके प्रशंसक व राजनेता भी मौजूद रहे।