राजस्थान संकटः राज्यपाल ने सत्र बुलाने से किया इनकार, धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक

Friday, Jul 24, 2020 - 07:13 PM (IST)

जयपुरः राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने अल्प समय की सूचना पर विधानसभा सत्र बुलाने से इनकार किया है। अपने विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग की थी। कांग्रेस एवं निर्दलीय विधायक अभी राजभवन में ही मौजूद है तथा श्री गहलोत राज्यपाल से दुबारा मिल सकते है।  सत्र नहीं बुलाने पर राजभवन का घेराव करने की गहलोत की चेतावनी पर विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने राजभवन में केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल सीआरपीएफ तैनात करने की मांग की है।

अशोक गहलोत सरकार के समर्थक अन्य विधायक दोपहर से राजभवन के दालान में धरने पर बैठ गए। ये विधायक विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का सामूहिक आग्रह करने के लिए राजभवन गए थे। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा,' हमने राज्यपाल से नियमों के तहत विधानसभा का सत्र बुलाने का आग्रह किया। राज्यपाल केंद्र के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। जब तक सत्र की तारीख नहीं दी जाती है हम यहां पर बैठे हैं।' मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इससे पहले राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। इसके बाद राज्यपाल विधायकों से मिलने भी आए।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार के आग्रह के बावजूद ‘ऊपर से दबाव' के कारण राज्यपाल विधानसभा का सत्र नहीं बुला रहे हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनके पास बहुमत है और विधानसभा में “दूध का दूध और पानी का पानी” हो जाएगा। गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों के साथ राजभवन की ओर रवाना होने से पहले संवाददाताओं के समक्ष यह बात कही।

गहलोत ने कहा, 'हमारा मानना है कि ऊपर से दबाव के कारण वह (राज्यपाल) अभी विधानसभा सत्र बुलाने के लिए निर्देश नहीं दे रहे हैं। इस बात का हमें बहुत दुख है। जबकि हम सत्र बुलाना जाना चाहते हैं।' उन्होंने कहा, 'कैबिनेट के फैसले के बाद हमने माननीय राज्यपाल महोदय को पत्र लिखकर आग्रह किया कि हम चाहते हैं कि विधानसभा का सत्र बुलाएं और वहां राजनीतिक हालात, कोरोना व लॉकडाउन के बाद के आर्थिक हालात पर चर्चा हो। हमें उम्मीद थी कि वह रात को ही विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश जारी कर देंगे। रात भर इंतजार किया लेकिन अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया।'

गहलोत ने कहा, 'हम विधानसभा सत्र बुलाने को तैयार हैं... अभी राज्यपाल से टेलीफोन पर बातचीत हुई मैंने फिर आग्रह किया कि आपका संवैधानिक पद है जिसकी बहुत गरिमा होती है उसके आधार पर अविलंब फैसला करें।...विधानसभा सत्र हम सोमवार से शुरू करना चाहते हैं जहां ‘दूध का दूध पानी का पानी' हो जाएगा। पूरा देश व प्रदेश देखेगा।' गहलोत ने कहा, 'जब मैं बार-बार कह रहा हूं कि हमारे पास स्पष्ट बहुमत है, हमें कोई दिक्कत नहीं है, चिंता हमें होनी चाहिए सरकार हम चला रहे हैं इसके बावजूद भी परेशान वे हो रहे हैं।'

Yaspal

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