राजस्थान: गहलोत ने CM और पायलट ने डिप्टी CM पद की शपथ ली, वसुंधरा राजे भी पहुंचीं

Monday, Dec 17, 2018 - 02:52 PM (IST)

जयपुरः राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री और सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। अल्बर्ट हॉल पर आयोजित भव्य शपथ ग्रहण कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई वरिष्ठ नेताओ की मौजूदगी में गहलोत और पायलट ने हिन्दी में शपथ ली।

पायलट ने चुनरी का साफा पहन कर अपना देसी अंदाज दिखाया। गहलोत ने तीसरी बार राज्य के सीएम बने हैं। शपथ ग्रहण से पहले और बाद में दोनों नेताओं के पक्ष में जोरदार नारेबाजी हुई।

वसुंधरा राजे भी पहुंचीं
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी गहलोत और पायलट के शपथ समारोह में पहुंचीं। बता दें कि पहले जब गहलोत सीएम बने थे तब राजे समारोह में नहीं पहुंची जिसकी काफी चर्चा हुई थी लेकिन इस बार पूर्व मुख्यमंत्री ने अपना बड़ा दिल दिखाया और शपथ समारोह में शिरकत की। वे कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से पहले ही समारोह में पहुंच गईं। समारोह के बाद राहुल गांधी ने राजे से मुलाकात भी की।
शपथ समारोह में दिखी विपक्ष की एकजुटता
गहलोत और पायलट के शपथ समारोह में सजा मंच एक अन्य बड़े राजनीतिक दृश्य का गवाह बना और वह है विपक्ष की एकजुटता। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा को पटकनी देने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल यहां विपक्षी एकजुटता की धुरी बनते नजर आए। वहीं दूसरे विपक्षी दलों के आला नेताओं की शिरकत ने भाजपा एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ व्यापक गठबंधन से जुड़ी कांग्रेस की उम्मीदों को पर लगाने का काम किया। शपथ ग्रहण में राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, द्रमुक नेता एमके स्टालिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी, राजद नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी शामिल हुए।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े, भूपेंद्र हुड्डा, सिद्धरमैया, आनंद शर्मा, तरुण गोगोई, नवजोत सिंह सिद्धू, अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे। मंच पर मौजूद गांधी से मिलने के लिए नेताओं का तांता लगा रहा। विपक्षी एकजुटता का यह नजारा उस वक्त दिख रहा है जब तीन राज्यों में जीत के बाद कांग्रेस और राहुल गांधी राजनीतिक हैसियत की लिहाज से पहले की तुलना में खुद को बहुत बेहतर स्थिति में महसूस कर रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इन तीनों राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद विपक्षी एकजुटता के साथ राहुल गांधी के कद में इजाफा साफ तौर पर दिख रहा है।

Seema Sharma

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