Rain In November: 5, 6, 7 और 8 नवंबर को इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल, IMD का तेज़ हवाओं, बर्फबारी और भारी बारिश का अलर्ट
punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 12:31 PM (IST)
नेशनल डेस्क: मानसून का मौसम भले ही सामान्यतः अगस्त-सितंबर तक माना जाता है, लेकिन इस बार देशभर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश देखने को मिली। कहीं रिमझिम, तो कहीं तेज तूफानी बारिश ने लोगों के रोज़मर्रा के कामकाज को प्रभावित किया। नदियों, तालाबों और बांधों में पानी का स्तर बढ़ने से राहत मिली, लेकिन कई जगहों पर जलभराव और परेशानी भी हुई। अब जबकि मानसून औपचारिक रूप से चला गया था, मौसम ने एक और मोड़ लिया है। देश में एक नया स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय हो गया है, जिससे कई राज्यों में बारिश और तूफानी हवाओं का खतरा बढ़ गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 5 से 8 नवंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश: बर्फबारी और तेज बारिश का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान खूब बारिश हुई थी, और अब भी मौसम पूरी तरह शांत नहीं है। IMD ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 5, 6, 7 और 8 नवंबर को तेज़ हवाओं, बर्फबारी और भारी बारिश की संभावना है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से ठंड बढ़ सकती है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
राजस्थान: मौसम फिलहाल साफ, कोई अलर्ट नहीं
राजस्थान में मानसून का सीज़न शानदार रहा और कुछ दिन बादल बरसते रहे। हालांकि, मौसम विभाग के ताज़ा अलर्ट के अनुसार, फिलहाल राज्य में बारिश की संभावना कम है और मौसम ज्यादातर खुला और सुखद रहेगा।
देश के अन्य हिस्सों में मौसम का अलर्ट
देशभर में सक्रिय स्ट्रॉन्ग सिस्टम के चलते कई राज्यों में बारिश और तूफानी हवा का खतरा है। IMD ने विशेष रूप से ये राज्यों सूचीबद्ध किए हैं:-
पंजाब, तमिलनाडु, कर्नाटक, तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, यनम और रायलसीमा में 5 से 8 नवंबर तक जोरदार बारिश की संभावना है।
साथ ही बिजली गिरने, आंधी और तेज़ हवाओं का अलर्ट भी जारी किया गया है।
पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण तापमान गिरने की संभावना है, जिससे ठंड बढ़ सकती है।
खतरे और सावधानियां
मौसम विभाग ने सभी राज्यों के निवासियों से सतर्क रहने का आग्रह किया है। तेज बारिश, बिजली और आंधी के चलते सड़क और यातायात प्रभावित हो सकता है। बर्फबारी वाले इलाकों में लोग विशेष सावधानी बरतें, और नदी-तालाब के किनारे रहने वाले लोग संभावित जलभराव से सतर्क रहें। इस बार का मौसम बता रहा है कि मानसून के जाने के बाद भी प्राकृतिक घटनाएं हमें चौकस रख सकती हैं। जब तक स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय रहेगा, तब तक देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम बदलते रह सकते हैं।
