शताब्दी एक्सप्रेस की घटना पर रेलवे का दावा, ठीक था खाना

Friday, May 25, 2018 - 06:55 PM (IST)

नई दिल्ली: रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि पुरी - हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस में नाश्ते के बाद 14 यात्रियों ने बेचैनी और उल्टी की शिकायत की थी लेकिन खाद्य विषाक्तता का कोई सबूत नहीं मिला है। रेलवे ने दावा किया है कि यात्रियों को अपच की दिक्कत हुई होगी क्योंकि उन्होंने सुबह ट्रेन में सवार होने के पहले रात में एक होटल में खुद से तैयार किया खाना खाया था।

14 यात्री हुए थे बीमार
बुधवार को ट्रेन में कथित तौर पर नॉन वेजिटेरियन खाना खाने के बाद बेचैनी और उल्टी की शिकायत के बाद कम से कम 14 यात्रियों को खडग़पुर के रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार निदेशक वेद प्रकाश ने कहा, ‘विस्तृत जांच में पाया गया कि 14 यात्री साथ में यात्रा कर रहे थे और उन्होंने रात में खुद से बनाया खाना खाया था।’ उन्होंने कहा, ‘सुबह में साढ़े चार बजे वे होटल से बाहर निकले और ऐसा लगता है कि अपच के कारण वे असहज महसूस कर रहे थे। इसके साथ ही जो खाना उन्होंने खाया था उसके नमूने की जांच करने पर कोई गड़बड़ी नहीं मिली।’

रेलवे का दावा
प्रकाश ने दावा किया कि खाद्य मानक प्रावधानों के तहत अंडा, मांस और चिकेन वाले खाने से होने वाले साल्मोनेला का लक्षण अमूमन खाने के आठ से 48 घंटे के भीतर दिखता है और ट्रेन में सवार होने के कुछ ही घंटे में यात्रियों को हुई दिक्कत ट्रेन के खाने से नहीं हुई होगी। बहरहाल, रेलवे ने आज कैटरिंग पर उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें फैसला किया कि प्रत्येक मंडल में एक खाद्य सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी।  

Punjab Kesari

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