सुरक्षा करणों से श्रीनगर और बारामूला ट्रेन सेवा प्रभावित , घाटी के कई इलाकों में झड़पें

Wednesday, Dec 07, 2016 - 04:33 PM (IST)

श्रीनगर : उतर कश्मीर के पट्टन क्षेत्र में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद सुरक्षा कारणों से उत्तरी कश्मीर में रेल सेवा प्रभावित हो गई। इस दौरान अलगाववादियों द्वारा आहूत बंद के 152वें दिन भी आम जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। वहीं, घाटी के कई इलाकों में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई जबकि पत्थरबाजी के आरोप में सुरक्षाबलों ने दर्जन से ज्यादा पत्थरबाजों को गिरफ्तार कर लिया।


रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि उत्तर कश्मीर के श्रीनगर-बडगाम-बारामूला रेलमार्ग पर कल दोपहर बाद से रेल सेवा प्रभावित है।
हालांकि मध्य कश्मीर के बडगाम-श्रीनगर से दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग बौर काजीगुंड होते हुए जम्मू क्षेत्र के बनिहाल तक जाने वाले रेलमार्ग पर यातायात सामान्य रूप से जारी है।


उन्होंने कहा कि सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के बाद रेल सेवा को बारामूला तक बढाने का फैसला लियाजायेगा। इससे पहले पांच दिसंबर को पटरी के क्षतिग्रस्त होने के कारण रेल सेवाओं को रोक दिया गया था जिसके मरम्मत के बाद कल इसे फिर से शुरू किया गया थाए लेकिन दोपहर में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद फिर से बंद कर दिया गया।
पुलवामा जिला के मुरन इलाके में ‘मुरन चलो’ मार्च को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया। इस पहले रात के दौरान सुरक्षाबलों ने छापा मारकर 9 युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
एस.पी. पुलवामा रयीस मोहम्मद भट्ट ने कहा कि मुरन और रहमु इलाकों में 9 युवकों को गिरफ्तार किया गया। यह युवक पत्थरबाजी के मामलों और नागरिक वाहनों को क्षतिग्रस्त करने में शामिल थे।


इस बीच मुरन गांव में सुरक्षाबलों द्वारा रैली नाकाम किए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पत्थराव किया। प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गेस का इस्तेमाल किया। दोनो पक्षों के बीच काफी समय तक झड़पें हुई। हालांकि, किसी भी तरह के हताहत की जानकारी नही है।
उधर, उतर कश्मीर में बांडीपुरा जिला के अजस इलाके में पुलिस ने आजादी समर्थक मार्च को नाकाम करते हुए चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया। इलाके में ‘अजस चलो’ मार्च के मद्देनजर आज सुबह पुलिस ने चार युवकों को गिरफतार कर लिया। युवकों की गिरफ्तारी के बाद लोग सडक़ों पर उतर आए और सुरक्षाबलों पर पत्थराव किया। प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे के लिए आंसू गेस का इस्तेमाल किया।


पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पत्थरबाजी के आरोप में कुछ युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होने इलाके में झड़पों से इंकार कर दिया।
वहीं, अलगाववादियों की ओर से बंद से आम जनजीवन बुधवार को 152वें दिन भी प्रभावित रहा।
अधिकारियों ने बताया कि अलगाववादियों की हड़ताल की वजह से श्रीनगर और घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों में अधिकतर दुकाने, पेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। हालांकि, अलगाववादियों ने शाम को चार बजे के बाद से हड़ताल में 15 घंटे की ढील दने की घोषणा की है इसलिए शाम को इन दुकानों के खुलने की संभावना है।


 उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में वार्षिक बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं और अशांति की वजह से स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाई प्रभावित हुई है।
घाटी में अधिकतर सार्वजनिक परिवहन वाहन सडक़ों से गायब रहे। अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, सिविल लाइन और शहर के बाहरी हिस्से के कुछ इलाकों के साथ-साथ घाटी के कुछ अन्य शहरों में कुछ यात्री वाहनों को सडक़ों पर चलते हुए देखा गया।
उन्होंने बताया कि इन इलाकों में कुछ दुकानें भी खुली थीं और कुछ अंतर.जिला कैब भी सडक़ों पर चलते हुये देखी गई। टीआरसी चौक-बटमालू के पास कुछ स्टॉल लगे हुए थे और पूरे घाटी में बैंक खुले थे और वहां लोगों की भीड़ भी देखी गई।

 

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