मोदी सरकार पर फिर बरसे राहुल, कहा- दलित विरोधी है BJP-RSS
Sunday, May 06, 2018 - 01:01 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग जारी है। दोनों ही पार्टियां जीत के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही हैं। लड़ाई सिर्फ जमीन पर ही नहीं लड़ी जा रही है बल्कि सोशल मीडिया पर भी कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे के खिलाफ जमकर हमला बोल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी रैलियों के साथ-साथ ट्विटर के माध्यम से पीएम मोदी पर हमला कर रहे हैंं। राहुल गांधी ने रविवार को भी एक वीडियो जारी कर भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर निशाना साधा।
Central to the RSS/ BJP fascist ideology, is that Dalits & Adivasis must continue to exist at the bottom rung of society.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 6, 2018
In this disturbing video, the dangers of this mindset and how it’s openly propagated by senior RSS/ BJP leaders is revealed. #AnswerMaadiModi pic.twitter.com/gX2NwL0q27
कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया कि चुनाव के लिए भाजपा और आरएसएस दलित हितैषी बनने का नाटक कर रही है। लेकिन असल में दोनों की विचारधारा दलितों और आदिवासियों को निचले पायदान पर रखने की है। ट्विटर पर जारी वीडियो में येदियुरप्पा समेत अन्य भाजपा नेताओं के विवादित बयानों को हाइलाइट किया गया। वीडियो में दिखाया गया कि बीते चार सालों में देश में किस तरह दलितों पर अत्याचार हुए। गौरक्षा के नाम पर कैसे उन्हें मारा-पीटा गया और हत्या कर दी गई।
योगी आदित्यनाथ को बताया दलित विरोधी
वहीं इस वीडियो में उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ को भी दलित विरोधी बताया गया हैं। इसमें दिखाया गया है कि योगी के किसी दलित बस्ती में जाने से पहले कैसे दलितों को नहाने को कहा जाता है। यूपी के मंत्री दलितों के घर भोजन का दिखावा कर रहे हैं। इस वीडियो में केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े के उस बयान का भी जिक्र किया गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार भीमराव आंबेडकर का संविधान बदलने का इरादा रखती है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर भी आरोप लगाया गया कि वह आरक्षण खत्म करने की वकालत कर रहे हैं।
पीएम को दी थी बोलने की चुनौती
इस वीडियो में पूछा गया कि क्या भारत को ऐसा प्रधानमंत्री चाहिए जो इतने ज्वलंत मुद्दों पर चुप रहता है। बता दें कि राहुल गांधी ने शनिवार को भी एक ट्वीट कर पीएम मोदी को 5 मिनट बोलने की चुनौती दी थी। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा था कि प्रधानमंत्री की समस्या यह है कि वे बोलते बहुत हैं लेकिन उनकी कथनी और करनी में फर्क है।