अॉफ द रिकॉर्डः राहुल ने ‘शॉटगन’ को पत्नी के लिए प्रचार की दी इजाजत
Tuesday, Apr 16, 2019 - 05:21 AM (IST)
नेशनल डेस्क: नामांकन पत्र भरने की आखिरी तारीख 18 अप्रैल है और मतदान 6 मई को होना है लेकिन कांग्रेस ने अब तक लखनऊ और 9 अन्य सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। अब तक उसने उत्तर प्रदेश में 63 उम्मीदवारों की घोषणा की है और 7 सीटें सपा, बसपा और रालोद के लिए छोड़ दी हैं। सीट बंटवारे के समझौते के तहत समाजवादी पार्टी लखनऊ और वाराणसी सीट से चुनाव लड़ेगी। सपा ने बेशक लखनऊ सीट से अभिषेक मिश्रा का नाम प्रस्तावित किया है लेकिन अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई।
अब यह स्पष्ट रूप से उभर कर सामने आ रहा है कि सपा और कांग्रेस में गुप्त रजामंदी है कि यू.पी. में भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाई जाए जिनमें ब्राह्मणों और बनियों के वोट भी शामिल हैं जिससे कि दलितों, यादवों और मुस्लिमों को सपा-बसपा को मजबूत करने में मदद मिले। इसी के अंतर्गत शत्रुघ्न सिन्हा उर्फ ‘शॉटगन’ की पत्नी पूनम सिन्हा को लखनऊ सीट पर समाजवादी पार्टी की टिकट मिल सकती है।
पटना साहिब से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे शत्रुघ्न सिन्हा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी को विशेष रूप से प्रार्थना की है कि उनकी पत्नी को लखनऊ से सपा की टिकट पर चुनाव लडऩे की इजाजत दी जाए। अगर सपा पूनम सिन्हा को टिकट देती है तो कांग्रेस वहां अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी।’’ राहुल गांधी ने उन्हें इस शर्त पर लखनऊ में अपनी पत्नी के लिए चुनाव प्रचार करने की इजाजत दे दी है कि वह किसी और सीट पर सपा के लिए प्रचार नहीं करेंगे। अगर पूनम सिन्हा को सपा का टिकट मिल जाता है तो बसपा प्रमुख मायावती भी उनके लिए प्रचार कर सकती हैं।
1996 के बाद से भाजपा इस सीट पर कभी नहीं हारी है। लखनऊ में विपक्ष हमेशा बंटा रहा है और 2014 में राजनाथ को 5.61 लाख वोटें मिली थीं जबकि कांग्रेस, सपा, बसपा, ‘आप’ जिन्होंने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, को 4.52 लाख वोटें मिली थीं। इस बार लखनऊ में विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार राजनाथ सिंह को खौफजदा कर सकता है। पूनम सिन्हा को 1.25 लाख सिंधी वोटों का भी फायदा मिलेगा क्योंकि वह खुद भी सिंधी हैं। सिंध के लाल कृष्ण अडवानी के लिए सिंधी पारंपरिक तौर पर भाजपा को वोट देते रहे हैं।