राहुल की ‘15 मिनट की चुनौती’ से भाजपा-कांग्रेस के बीच छिड़ा घमासान

Wednesday, May 02, 2018 - 07:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘15 मिनट की चुनौती ’ की टिप्पणी के बाद कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है। मोदी ने कल एक चुनावी रैली में राहुल पर कटाक्ष करते हुए उन्हें सिद्दारमैया सरकार की उपलब्धियों के बारे में कागज से पढ़े बिना 15 मिनट के लिए किसी भी भाषा में बोलने की चुनौती दी थी। मोदी की इस चुनौती पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने पलटवार किया है।


सिद्दारमैया ने ट्वीट कर कहा कि मैं पीएम को कर्नाटक की पूर्व बी एस येदियुरप्पा सरकार की उपलब्धियों के बारे में कागज से पढ़कर 15 मिनट तक बोलने की चुनौती देता हूं। राहुल ने हाल में कहा था कि यदि उन्हें भ्रष्टाचार समेत विभिन्न मुद्दों पर 15 मिनट के लिए संसद में बोलने दिया जाता है तो प्रधानमंत्री 15 मिनट के लिए बैठ नहीं पायेगे। उनके इस बयान पर पीएम ने यह प्रतिक्रिया दी थी। सीएम ने प्रधानमंत्री के उस दावे का भी खंडन किया कि कर्नाटक सरकार कृषि संकट के लिए उदासीन थी और फसल बीमा योजना को प्रभावी ढंग से लागू नहीं कर रही थी।
 

सिद्दारमैया ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि सर कर्नाटक सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत लागत का 50 प्रतिशत भुगतान किया। देश में केवल हमारी ही सरकार है जिसने किसानों के खाते में बीमा राशि का सीधे भुगतान करने के लिए आईटी को तैनात किया है। फसल बीमा भी पुरानी संप्रग योजना है। भारतीय जनता पार्टी की कर्नाटक किसान इकाई के कार्यकर्ताओं से ‘ नरेन्द्र मोदी एप ’ के जरिये संवाद करते हुए मोदी ने आज कहा कि कर्नाटक से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित शिकायतें मिल रही है। कर्नाटक सरकार उदासीन है। वह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से एक किसान को मिलने वाले फायदे के बारे में परवाह नहीं करती है। 

vasudha

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