''जब भी सरकार बदलेगी तो मुख्य चुनाव आयुक्त...'', ''वोट चोरी'' को लेकर राहुल गांधी ने CEC को चेताया
punjabkesari.in Tuesday, Aug 19, 2025 - 03:56 AM (IST)

नेशनल डेस्कः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी "वोटर अधिकार यात्रा" के दूसरे दिन सोमवार को भी कथित वोट चोरी के मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग पर हमला जारी रखा और चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र और बिहार में 'इंडिया' गठबंधन की सरकार बनने पर "वोट चोरी" के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) और निर्वाचन आयुक्तों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने अपनी "वोटर अधिकार यात्रा" के दौरान गयाजी में सभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार के लिए विशेष पैकेज की बात करते हैं उसी तरह निर्वाचन आयोग विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के रूप में विशेष पैकेज लेकर आया, जिसका मकसद नए ढंग से वोट चोरी करना है। उन्होंने दावा किया कि " वोट चोरी" के जरिये भारत माता पर आक्रमण किया जा रहा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग उनसे हलफनामा मांग रहा है, लेकिन जनता इस आयोग से हलफनामा मांगेगी, क्योंकि जल्द उसकी चोरी पूरे देश में पकड़ी जाएगी।
राहुल गांधी ने दूसरे दिन की यात्रा औरंगाबाद के कुटुंबा से शुरू की, जो (यात्रा) रफीगंज होते हुए गयाजी जिले पहुंची। गयाजी शहर में एक सभा के साथ आज देर शाम दूसरे दिन की यात्रा का समापन हुआ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के साथ इस यात्रा में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी और महागठबंधन के कई अन्य नेता शामिल हुए। यात्रा के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने औरंगाबाद स्थित मशहूर देव सूर्य मंदिर के दर्शन किए। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से मिलने के लिए जगह-जगह लोग सड़क के किनारे कतारबद्ध खड़े थे और लोगों ने "वोट चोर, गद्दी छोड़" के नारे लगाए।
राहुल गांधी ने पहले सासाराम और फिर औरंगाबाद में ऐसे कई लोगों से मुलाकात की, जिनके नाम एसआईआर के दौरान मतदाता सूची से काट दिए गए, जबकि उन्होंने लोकसभा चुनाव में वोट डाला था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने गया जी में सभा को संबोधित करते हुए कहा, "निर्वाचन आयोग यह कहता है कि एक सप्ताह के अंदर हलफनामा दो, जबकि जिम्मेदार वह है, चोरी उनकी पकड़ी गई। मुझे कहते हैं कि हलफनामा लाओ।" उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग से मैं कहना चाहता हूं कि पूरा देश आपसे हलफनामा मांगेगा। हम हर राज्य, हर लोकसभा क्षेत्र, हर विधानसभा क्षेत्र में आपकी चोरी पकड़ेंगे और देश को दिखाएंगे।''
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जैसे मोदी जी बिहार के लिए विशेष पैकेज की बात करते हैं, वैसे ये बिहार के लिए नया विशेष पैकेज लाए हैं, उसका नाम एसआईआर है।'' कांग्रेस नेता ने दावा किया कि एसआईआर का मतलब नए तरीके से चोरी करना है। राहुल गांधी का कहना था कि जनता का वोट चोरी किया जा रहा है, इसलिए यात्रा निकाली गई है। उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों पर भाजपा के लिए काम करने का आरोप लगाया और कहा, "मैं जो कहता हूं वह करता हूं, मैं झूठ नहीं बोलता..तीनों चुनाव आयुक्त सुन लें।
अभी नरेन्द्र मोदी की सरकार है और आप उनके लिए काम कर रहे हैं। लेकिन एक दिन आएगा, जब बिहार और दिल्ली में 'इंडिया' गठबंधन की सरकार होगी, फिर हम आप तीनों को देखेंगे। आपके खिलाफ कार्रवाई होगी।'' उन्होंने बारिश के बीच जनता को संविधान की प्रति दिखाते हुए दावा किया कि यह भारत माता का संविधान है और जब नरेन्द्र मोदी तथा निर्वाचन आयोग वोट चोरी करते हैं, तो वे भारत माता और संविधान पर आक्रमण करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा, "हम नरेंद्र मोदी और निर्वाचन आयोग को भारत माता और संविधान पर आक्रमण करने नहीं देंगे। निर्वाचन आयुक्तों सुन लीजिए, अगर सही काम नहीं किया, तो आप पर सख्त कार्रवाई होगी।'' बाद में उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, "वोट चोरी...संविधान पर आक्रमण है। हिंदुस्तान की आत्मा पर आक्रमण है। वोट चोरी भारत माता पर आक्रमण है। हम न तो निर्वाचन आयोग और न ही मोदी को हमारी भारत माता और संविधान पर हमला करने देंगे।" उन्होंने सभा में कहा, "कई साल से लग रहा था कि चुनाव में कुछ न कुछ गड़बड़ है। हरियाणा और महाराष्ट्र का चुनाव भाजपा और निर्वाचन आयोग ने मिलकर चोरी किया है।
महाराष्ट्र चुनाव के बाद हमें ये भी पता चला कि भाजपा ने कर्नाटक में भी वोट चोरी की। हमने कर्नाटक में एक विधानसभा सीट की मतदाता सूची की तो पता चला कि वहां एक लाख से ज्यादा फर्जी वोटर हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि राहुल गांधी अपने दावे को लेकर सात दिन में हलफनामा दें या फिर माफी मांगें और यदि हलफनामा नहीं दिया तो आरोप निराधार माना जाएगा। इस संवाददाता सम्मेलन में दोनों निर्वाचन आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी भी मौजूद थे।