अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गांधी, कहा- 1 महीने तक ढूंढो नया विकल्प

Tuesday, May 28, 2019 - 02:04 PM (IST)

नई दिल्लीः राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं। राहुल ने पार्टी के एक बड़े नेता से कहा कि एक महीने के अंदर इस पद के लिए नया विकल्प ढूंढे। वहीं राहुल ने कहा कि जब तक नया विकल्प नहीं मिलता वे एक महीने तक इस पद पर बने रहने के लिए तैयार हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल को समझाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कहा कि मैं इस पद को छोड़ने के लिए अपना मन बना चुका हूं। प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी अध्यक्ष बनाने पर राहुल ने कहा कि मेरी बहन को इस सबसे दूर रखें। राहुल ने कहा कि प्रियंका किसी भी हालत में पार्टी अध्यक्ष नहीं बनेगी। वहीं राहुल ने कहा कि वे लोकसभा में पार्टी का नेतृत्व करने को तैयार हैं। राहुल ने कहा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए किसी भी अन्य भूमिका में मैं काम करूंगा लेकिन अध्यक्ष नहीं रहूंगा।


राहुल के आवास पर बैठक
राहुल गांधी मंगलवार सुबह से ही अफने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं। राहुल ने सबसे पहले पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा , संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ बैठक की। इससे पहले सोमवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वेणुगोपाल से मुलाकात की थी। राहुल गांधी ने अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की और दोनों से गांधी परिवार के बाहर किसी अध्यक्ष को तलाशने की बात कही थी। राहुल गांधी ने बैठक में लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस के सफाए को लेकर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में नाराजगी जताए जाने और राज्य सरकार के कुछ मंत्रियों की ओर से जवाबदेही तय करने की मांग की पृष्ठभूमि पर चर्चा भी की।


गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में लोकसभा चुनाव में राजस्थान और मध्य प्रदेश में पार्टी के सफाए को लेकर विशेष रूप से नाराजगी जताई थी। सूत्रों और मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी ने गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सहित कुछ बड़े क्षेत्रीय नेताओं का उल्लेख करते हुए कहा था कि इन नेताओं ने बेटों-रिश्तेदारों को टिकट दिलाने के लिए जिद्द की और उन्हीं को चुनाव जिताने में लगे रहे और दूसरे स्थानों पर ध्यान नहीं दिया। इसी बैठक में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी, हालांकि सीडब्ल्यूसी ने प्रस्ताव पारित कर इसे सर्वसम्मति से खारिज कर दिया और पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए उन्हें अधिकृत किया।


 

Seema Sharma

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