कंगना रनौत के यू-टर्न पर राहुल गांधी ने उठाया सवाल, कहा- सरकार की नीति कौन तय कर रहा, एक BJP सांसद या PM मोदी?
punjabkesari.in Wednesday, Sep 25, 2024 - 09:18 PM (IST)
नेशनल डेस्क : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कंगना रनौत के हालिया विवादास्पद बयान के बाद बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। कंगना ने कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की मांग की थी, जिससे राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है। राहुल गांधी ने एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए केंद्र सरकार से सवाल किया, "सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? क्या एक बीजेपी सांसद या प्रधानमंत्री मोदी?"
पीएम मोदी को माफी की चेतावनी
राहुल गांधी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि 700 से ज्यादा किसानों की शहादत के बावजूद पार्टी की नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन हमारे अन्नदाताओं के खिलाफ बीजेपी के किसी भी षड्यंत्र को सफल नहीं होने देगा। अगर किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई भी कदम उठाया जाएगा, तो मोदी जी को फिर से माफी मांगनी पड़ेगी।"
कंगना का बयान और उसके नतीजे
सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 25, 2024
700 से ज़्यादा किसानों, खास कर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत ले कर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा।
INDIA हमारे अन्नदाताओं के विरुद्ध भाजपा का कोई भी षडयंत्र कामयाब नहीं होने देगा - अगर किसानों को नुकसान… pic.twitter.com/ekmHQq6y5D
कंगना रनौत ने अपने हालिया बयान पर यू-टर्न लेते हुए एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि वह कृषि कानूनों के मुद्दे पर अपनी पार्टी के साथ खड़ी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में कहा, "पिछले कुछ दिनों में मीडिया ने मुझसे कृषि कानून पर सवाल किए और मैंने कुछ सुझाव दिए कि किसानों को पीएम से कृषि कानून वापस लाने का निवेदन करना चाहिए। मेरी इस बात से बहुत लोग निराश हैं।"
Do listen to this, I stand with my party regarding Farmers Law. Jai Hind 🇮🇳 pic.twitter.com/wMcc88nlK2
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 25, 2024
कंगना ने आगे कहा, "जब कृषि कानून आए थे, तो हमने कई लोगों के साथ इसका समर्थन किया था। बाद में, बड़े संवेदनशीलता के साथ कृषि कानूनों को वापस लिया गया। इसलिए यह हम सभी कार्यकर्ताओं का कर्तव्य है कि हम उनके शब्दों की गरिमा बनाए रखें।" इस वीडियो ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है, खासकर किसानों के मुद्दे पर। कंगना का यह बयान उनके पहले के विवादास्पद बयानों के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बयान से BJP ने खुद को अलग कर लिया
वहीं कंगना के इस बयान से बीजेपी ने खुद को अलग कर लिया है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि कंगना को इस मुद्दे पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं किया गया था। बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस संबंध में कहा, "सोशल मीडिया पर बीजेपी सांसद कंगना रनौत का केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए कृषि बिलों पर दिया गया बयान वायरल हो रहा है। मैं साफ कर देना चाहता हूं कि यह बयान उनका व्यक्तिगत बयान है।"
इस घटना ने एक बार फिर कृषि कानूनों और किसानों के मुद्दे को राजनीतिक केंद्र में ला दिया है। राहुल गांधी की तीखी प्रतिक्रिया ने इस विषय पर चर्चा को और बढ़ा दिया है, खासकर चुनावी समय में जब किसान मुद्दा अहम हो सकता है।