राज्यसभा के 12 निलंबित सासंदों से मिले राहुल गांधी, संसद के बाहर राजनीतिक लड़ाई जारी

Thursday, Dec 02, 2021 - 07:36 PM (IST)

नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में ‘अशोभनीय आचरण' के लिए निलंबित किए गए 12 सांसदों के समर्थन में बृहस्पतिवार को संसद परिसर में धरना दिया और निलंबन रद्द करने की मांग की। इसके साथ ही, कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के सांसद दोनों सदनों में बांह पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे। निलंबित राज्यसभा सदस्य अपने खिलाफ की गई इस कार्रवाई के विरोध में संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक निलंबन रद्द नहीं होगा, तब तक वे संसद की कार्यवाही के दौरान सुबह से शाम तक महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे रहेंगे।

राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के कई अन्य सांसद निलंबित राज्यसभा सदस्यों के समर्थन में कुछ देर के लिए धरने पर बैठे। उन्होंने ‘निलंबन वापस लो' और ‘मोदी सरकार हाय हाय' के नारे लगाए। बाद में राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य सांसद अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर लोकसभा पहुंचे। इसी तरह कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सांसद राज्यसभा में काली पट्टी बांधकर पहुंचे। निलंबित सांसदों में शामिल कांग्रेस नेता सैयद नासिर हुसैन ने कहा, ‘‘हमारे सांसदों ने सरकार के अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कदम के खिलाफ काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया है। हमारी मांग है कि यह निलंबन रद्द होना चाहिए।''

संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि तक के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।

Yaspal

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