भाजपा पर भड़के राहुल गांधी, आरएसएस पर देश के संविधान और लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट करने के प्रयास का आरोप लगाया

punjabkesari.in Wednesday, Apr 03, 2024 - 07:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को वायनाड लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और एक विशाल रोड शो कर अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की। उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भारत के संविधान और लोकतांत्रिक ढांचे को ‘नष्ट करने की कोशिश' का आरोप लगाया। राहुल गांधी सुबह हेलीकॉप्टर से वायनाड पहुंचे और उन्होंने कलपेट्टा से सिविल स्टेशन तक रोड शो किया जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों समेत लोगों की भारी भीड़ को संबोधित किया। अपनी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव के सी वेणुगोपाल समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ पहुंचे राहुल ने वायनाड जिलाधिकारी को अपना नामांकन पत्र सौंपा। वायनाड जिलाधिकारी रिटर्निंग अधिकारी भी हैं। अपना नामांकन दाखिल करने के बाद गांधी ने पत्रकारों से कहा कि लोकसभा चुनाव लोकतंत्र और भारत के संविधान को बचाने की लड़ाई है।

उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ वे ताकतें हैं जो इस देश के लोकतंत्र और संविधान को नष्ट करना चाहती हैं और दूसरी तरफ वे ताकतें हैं जो हमारे देश के संविधान और लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा कर रही हैं।'' उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य लोग हैं जो देश में संविधान और लोकतंत्र को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) संविधान और लोकतंत्र को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

गांधी ने जिलाधिकारी के कार्यालय जाने से पहले रोडशो के अंत में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह इस जिले में कई लोगों की जान लेने वाली मानव-पशु संघर्ष की घटनाओं समेत वायनाड वासियों के सभी मुद्दों पर उनके साथ हमेशा खड़े हैं। वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वह इस पहाड़ी निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के मुद्दों पर देश और दुनिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए हमेशा तैयार हैं। गांधी ने कहा, ‘‘मैं वायनाड के लोगों के अटूट समर्थन के लिए बहुत आभारी हूं।'' उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जब वह पहली बार यहां आए तो वायनाड के लोगों से प्रभावित हुए क्योंकि उन्होंने अपनी राजनीतिक संबद्धताओं, समुदाय में मतभेदों आदि के बावजूद उन्हें भरपूर प्यार दिया।

उन्होंने कहा कि वह पर्वतीय जिले में बाढ़ के बाद जान-माल की भारी क्षति के बाद आये थे, लेकिन लोग नाराज नहीं थे या किसी को दोष नहीं दे रहे थे और उन्होंने कभी भी ऐसा कोई शब्द नहीं कहा जिससे उनके आत्मसम्मान या गरिमा को ठेस पहुंचे। राहुल वायनाड लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की नेता एनी राजा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने 2019 में इसी सीट से चार लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनावों में कुल 10,92,197 मतों में से 7,06,367 मत हासिल कर विजयी रहे थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पी पी सुनीर को केवल 2,74,597 वोट मिले थे।

वायनाड के लोग मतदाता नहीं परिवार के सदस्य हैं

कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह वायनाड के लोगों को अपनी बहन प्रियंका की तरह अपने परिवार के सदस्यों के रूप में मानते हैं, न कि एक मतदाता के रूप में। उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि वायनाड के लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें मानव-पशु संघर्ष की बढ़ती घटनाएं और एक अच्छे मेडिकल कॉलेज की कमी शामिल है। उन्होंने कहा कि वह इन मुद्दों को लेकर वायनाड के लोगों की लड़ाई में उनके साथ हैं। गांधी ने कहा कि उन्होंने इन मुद्दों पर कदम उठाने के लिए केंद्र और केरल सरकार पर दबाव बनाया है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई बात आगे नहीं बढ़ी है। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि ‘‘जब हम केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता में आएंगे, तो हम इन सभी मुद्दों को हल करेंगे।'' उन्होंने कहा कि वायनाड के लोगों के साथ उनके अच्छे संबंध हैं और यहां से सांसद बनना उनके लिए सम्मान की बात है।

गांधी ने कहा कि वह वायनाड के लोगों की समस्याओं का हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बाद में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में गांधी ने कहा कि वायनाड उनका घर है और वहां के लोग उनका परिवार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उनसे, मैंने पिछले पांच वर्षों में बहुत कुछ सीखा है और भरपूर प्यार तथा स्नेह प्राप्त किया है। मेरे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि मैं इस खूबसूरत भूमि से एक बार फिर लोकसभा 2024 के लिए अपना नामांकन दाखिल कर रहा हूं।'' गांधी ने पोस्ट में कहा, ‘‘यह हमारे लोकतंत्र को नफरत, भ्रष्टाचार और अन्याय की उन ताकतों से बचाने की लड़ाई है जो भारत माता की आवाज को दबाना चाहते हैं। मैं, ‘इंडिया' के प्रत्येक सदस्य के साथ, यह लड़ाई जीतने तक चैन से नहीं बैठूंगा। हम अपने राज्यों के संघ को मजबूत करने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर और मणिपुर से मुंबई तक प्रत्येक नागरिक को एक साथ लाएंगे।''

26 अप्रैल का दिन चुनाव का नहीं जीत का दिन होगा

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए यहां पहुंचे राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए संयुक्त लोकतंत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में लोग कलपेट्टा में एकत्र हुए। सभी आयु वर्ग के लोग उन्हें देखने आए और उनके स्वागत के लिए कांग्रेस सांसद की तस्वीर वाले पार्टी के झंडे तथा तख्तियां लिये हुए थे। राहुल गांधी के साथ प्रियंका और केरल से कांग्रेस और पार्टी के नेतृत्व वाले यूडीएफ के वरिष्ठ नेता एक खुले ट्रक में सवार थे। अपने वाहन से, कांग्रेस सांसद ने सड़क के दोनों ओर एकत्र लोगों की ओर हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया। केरल में इस साल लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा।


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News Editor

Parveen Kumar

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