कृषि कानूनों की वापसी पर राहुल का PM मोदी पर हमला, कहा- बिना चर्चा के बिल पास, बहस से डरती है सरकार

Monday, Nov 29, 2021 - 03:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कृषि कानून वापसी बिल लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से पारित हो गया है। पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा से कृषि कानून वापसी बिल पास होने के बाद अब इसपर हस्ताक्षर के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के तीनों कृषि कानून निरस्त हो जाएंगे। वहीं अब बड़ा सवाल यह है कि क्या बिल वापसी के बाद किसानों का आंदोलन खत्म हो जाएगा? दरअसल, यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बावजूद किसान अभी भी आंदोलन में डटे हुए हैं। हालांकि इसके लिए सरकार ने प्लान बी तैयार कर लिया है। 

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘700 किसान भाइयों ने जान दी, उनके बार में चर्चा होनी थी। चर्चा इस बारे में भी होनी थी कि इन कानूनों के पीछे कौन सी ताकत थी, ये क्यों बनाए गए? एमएसपी और किसानों को दूसरी समस्याओं, लखीमपुर खीरी और गृह राज्य मंत्री (अजय मिश्रा टेनी) को लेकर चर्चा होनी थी। सरकार ने यह नहीं होने दिया।'' उनके मुताबिक, ‘‘सरकार थोड़ा भ्रम में है। वह सोचती है कि किसान और मजदूर गरीब हैं, उन्हें दबाया जा सकता है। लेकिन इस घटनाक्रम ने दिखाया है कि किसानों और मजदूरों को दबाया नहीं जा सकता।'' एक सवाल के जवाब में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ये तीनों कानूनों किसानों और मजदूरों पर आक्रमण था। किसानों की मांगों की लंबी सूची है जिसका हम समर्थन करते हैं।'' उन्होंने सरकार की टिप्पणी से जुड़े अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘अगर चर्चा नहीं करनी है तो फिर संसद की क्या जरूरत है? बंद कर देते हैं, प्रधानमंत्री को जो कहना है वो कह दें।'' राहुल गांधी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने माफी मांगी है। उन्होंने यह स्वीकार किया कि उनकी गलती से 700 लोगों की जान गई और यह पूरा आंदोलन हुआ। अगर गलती मान ली तो फिर मुआवजा देना पड़ेगा।''



उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘सरकार ने इस विधेयक में कहा कि किसानों का एक समूह प्रदर्शन कर रहा है। यह किसानों का अपमान है। पहले आपने इनको खालिस्तानी कहा और अब आप इन्हें किसानों का समूह कह रहे हैं। ये किसानों का समूह नहीं है, बल्कि देश के सारे किसान हैं। ये समझते हैं कि कौन सी शक्तियां इन आक्रमण कर रही हैं।'' कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार मारे गए किसानों को पूरा मुआवजा दे और एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत दूसरी मांगें माने। राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में दावा किया, ‘‘ये वही ताकते हैं जिन्होंने नोटबंदी करवाई, त्रूटिपूर्ण जीएसटी लागू करवाई और कोरोना काल में गरीबों को मदद नहीं देने दी। सवाल यह नहीं है कि सरकार फिर ये ऐसे कानून लाने का प्रयास करेगी, बल्कि सवाल यह है कि इस सरकार पर एक ऐसे समूह का कब्जा है जो गरीब लोगों के खिलाफ है और उनके हितों को नुकसान पहुंचा रहा है'' उन्होने यह सवाल किया, ‘‘अगर सरकार किसानों के पक्ष में थी तो एक साल से क्या कर रही थी, 700 किसानों की जान कैसे चली गई? प्रधानमंत्री ने माफी क्यों मांगी?''

Anil dev

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