राहु ने कराई हार की शुरुआत, मोदी के लिए आगे और संकट!

Friday, Sep 15, 2017 - 07:06 PM (IST)

नई दिल्ली: मई 2014 में आपार बहुमत के साथ नरेेद्र मोदी को प्रधानमंत्री गद्दी तक पहुंचाने वाले उनके सितारों ने कड़वट ले ली है। 18 अगस्त को मोदी की कुंडली के 9वें भाव में आया राहु उनके लिए छोटी-छोटी हार का कारण बन रहा है। 18 अगस्त के बाद भाजपा एक के बाद एक हार का सामना कर रही है। पहली हार दिल्ली के बवाना के उपचुनाव में हुई है। जबकि इसके बाद भाजपा समर्थित एबीबीपी, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी जेनएयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट चुनाव हार चुकी है। इसी दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमतों के लेकर भी मोदी विपक्ष के निशाने पर है। 



राहु अगले 18 महीने तक मेदी की कुंडली के 9वें भाव में रहेगा और पांचवी दृष्टि से लग्न में बैठे चंद्रमा को देखेगा। लिहाजा प्रधानमंत्री को आने वाले 18 महीनों में सियासी मोर्चे पर गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि 12 सितंबर को कन्या से तुला राशि में आए गुरु के कारण प्रधानमंत्री को थोड़ी राहत मिल सकती है क्योंकि प्रधानमंत्री की कुंडली के 12वें में बैठा गुरु 7वीं दृष्टि से 6ठे भाव पर देखकर शत्रु का नाश करेगा। जबकि कुंडली के चौथे भाव में पडऩे वाली गुरु की पांचवी दृष्टि मोदी की लोकप्रियता को जरुर कायम रखेगी। राहु के प्रभाव के कराण प्रधानमंत्री को सेहत से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

अगला साल मोदी के लिए व्यक्तिगत तौर पर अच्छा
अगले साल सिंतबर में गुरु का राशि परिवर्तन मोदी के लिए एक बार फिर अच्छी खबर लाएगा क्योंकि गुरु वृश्चिक राशि में मोदी की कुंडली के लग्न में आ जाएगा। अगले साल सितंबर के बाद का समय प्रधानमंत्री के लिए सियासी और व्यक्तिगत तौर पर अच्छा रह सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 मेहसना में दिन के 11 बजे हुआ था। वृश्चिक लग्न वाली प्रधानमंत्री की कुंडली में चंद्रमा व मंगल लग्न में बैठे हैं। इस समय उनकी कुंडली में चंद्रमा की महादशा चल रही है 2021 तक चलेगी। मोदी की कुंडली में इस समय शनि की साढ़े साती का भी प्रभाव है जो जनवरी 2020 तक चलेगा।
 

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