कश्मीर को लेकर अब देश के राजनीतिक दलों के समक्ष गिड़गिड़ाए कुरैशी

Monday, Aug 12, 2019 - 08:56 PM (IST)

इस्लामाबादः भारत सरकार के आर्टिकल 370 को लेकर लिए गए फैसले के बाद पाकिस्तान खुद को पाक-साफ साबित करने के लिए हर तरह का हथखंडा अपना रहा है। इस मुद्दे पर कहीं स भी साथ न मिलने पर गत दिवस ट्विटर पर दुनिया से दखल की गुहार लगाई थी आज सोमवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने विपक्षी दलों के समक्ष गिड़गिड़ाते हुए कश्मीर पर एकजुट होने का आह्वान किया है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाने का निर्णय किया है और चीन ने इस उद्देश्य के लिए पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी कश्मीरियों के साथ ‘‘एकजुटता'' दिखाने के लिए ईद उल अजहा मुजफ्फराबाद में मनाया। कुरैशी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित मुजफ्फराबाद में मीडिया को संबोधित कर रहे थे जहां उन्होंने ईद उल अजहा मनाया और एक शरणार्थी शिविर भी गए।

उन्होंने कहा कि पूरा ‘‘पाकिस्तान देश और राजनीतिक नेतृत्व कश्मीर के मुद्दे पर एकजुट है और कश्मीरियों के समर्थन में 14 अगस्त को एक आवाज उठेगी। भारत द्वारा जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद पाकिस्तान ने घोषणा की है कि वह 14 अगस्त को ‘‘कश्मीर एकजुटता दिवस'' और 15 अगस्त को ‘काला दिवस' के तौर पर मनाएगा।

कुरैशी ने पाकिस्तान में राजनीतिक दलों के बीच कश्मीर पर एकजुटता का आह्वान किया और चेतावनी दी कि मुद्दे पर राजनीति से इस उद्देश्य को नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे बीच मतभेद हैं...लेकिन कश्मीर मुद्दे पर कोई मतभेद नहीं है। यदि कोई मतभेद होता, एक संयुक्त प्रस्ताव नहीं पारित किया गया होता।'' गत सप्ताह संसद की एक संयुक्त बैठक में भारत के खिलाफ प्रस्ताव की भाषा को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच मतभेद उत्पन्न हो गए थे।
कुरैशी ने कहा कि भारत द्वारा कश्मीर का विशेष दर्जा ‘‘एकतरफा'' समाप्त करने से कश्मीरियों के पास इसके खिलाफ खड़े होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। भारत ने कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर खंडों को समाप्त करना उसका आंतरिक मामला है। गिलगिट...बाल्टिस्तान को प्रांत का दर्जा देने के बारे में एक सवाल पर कुरैशी ने कहा कि ऐसा करने से कश्मीर उद्देश्य और पाकिस्तान के रुख को नुकसान होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इस पर कैबिनेट में चर्चा की गई थी क्योंकि इसकी काफी मांग उठी है। लेकिन हम ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जिससे कश्मीर पर हमारी विधिक स्थिति को नुकसान पहुंचे।'' इससे पहले कुरैशी ने कश्मीरियों के साथ ‘‘एकजुटता'' व्यक्त करने के लिए मुजफ्फराबाद में ईद की नमाज अदा की। कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान 14 अगस्त को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का दौरा करेंगे और उसकी विधानसभा को संबोधित भी करेंगे।

Tanuja

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