''जो लोग इतिहास बदल सकते हैं, वो नंबर भी बदल सकते हैं'', ममता बनर्जी से मौत के आंकड़ों पर उठाए सवाल

Sunday, Jun 04, 2023 - 08:06 PM (IST)

नेशनल डेस्कः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना के संबंध में रेल मंत्रालय द्वारा दिये गए मौत के आंकड़ों पर रविवार को सवाल उठाया और कहा कि अकेले उनके राज्य के ही 61 लोगों की मौत हुई है और 182 अब भी लापता हैं। उन्होंने राज्य के सचिवालय नबान्न में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूछा, “अगर एक राज्य के ही 182 लोग लापता हैं और 61 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है, तो आंकड़े कैसे सही हैं?” अधिकारियों के अनुसार, बालासोर में तीन ट्रेनों की भिड़ंत में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई है और 1,175 घायल हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ओडिशा में बालासोर के निकट शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपर फास्ट और एक मालगाड़ी आपस में भिड़ गई थीं। इसे देश की सबसे भीषण रेल दुर्घटनाओं में से एक बताया जा रहा है। बनर्जी ने कहा कि उनके रेल मंत्री रहते शुरू की गई दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन को “प्राथमिकता से बाहर कर दिया गया।”

ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा सरकार इतिहास बदल सकती है, वो नंबर भी बदल सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे पास खड़े होकर हमें गाली दे रहे हैं, नीतीश कुमार को गाली दे रहे हैं, लालू यादव को गाली दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप लोगों को तो शर्म होनी चाहिए। माफी मांगनी चाहिए। 2002 के गोधरा ट्रेन कांड पर सवाल उठाते हुए कहा कि गोधरा में चलती ट्रेन में आग कैसे लगी, कितने आदमी की मौत हुई, कभी आपने यह सोचा, कभी बताया। आपके समय में भी बहुत घटनाएं हुईं लेकिन कभी सवाल नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा हादसा है, घटना है...आपको तो माफी मांगनी चाहिए। आपने तो वो भी नहीं किया।

ममता ने कहा कि कल रेल मंत्री मेरे साथ खड़े थे। मैंने पूछा कि एंटी कोलिजन डिवाइस क्यों नहीं लगाया, तब उन्होंने अपना मुंह क्यों नहीं खोला। ममता ने कहा कि दाल में कुछ तो काला है। हम चाहते हैं कि सच बाहर आए। बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल यानी शनिवार को बालासोर में हादसे वाली जगह का दौरा किया था, तब पत्रकारों से बात करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और ममता बनर्जी के बीच तल्खी देखी गई थी।

ममता ने पूछा कि क्या वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के इंजन दुरुस्त हैं। उन्होंने पुरी-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन के बाद दूसरे ही दिन हुई दुर्घटना का जिक्र करते हुए कहा, “वंदे भारत नाम अच्छा है, लेकिन आपने देखा कि उस दिन क्या हुआ था, जब एक पेड़ की शाखा उस पर गिर गई थी” बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने बहुत दुखद स्थिति होने के बावजूद उन्हें इस मामले पर बोलने के लिए मजबूर किया।

 

Yaspal

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