अगर आपकी विधायक बनने की इच्छा है तो यहां लीजिए ट्रेनिंग

Thursday, Oct 12, 2017 - 04:45 PM (IST)

जयपुरः आपने स्किल डेवलपमेंट और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट की क्लासेज के बारे में खूब होगा लेकिन विधायक या सांसद बनने के लिए एेसे किसी वर्कशॉप के बारे में नहीं सुना होगा। लेकिन राजस्थान के पुष्कर में पहली दफा एेसा एक वर्कशॉप आयोजित होने जा रहा है, जहां विधायक बनने के लिए गुर सिखाए जाएंगे।

दरअसल, इस शिविर का आयोजन सामाजिक राजनीतिक संगठन 'अभिनव राजस्थान' द्वारा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य प्रदेश में वैकल्पिक राजनीतिक माहौल तैयार करना है। अभिनव राजस्थान के संस्थापक डॉ अशोक चौधरी ने बताया कि यह शिविर एक सतत प्रक्रिया की शुरुआत है जो 14-15 अक्तूबर को पुष्कर में विधायक प्रशिक्षण शिविर से शुरू होगी। अब तक राज्य भर से 250 ​से अधिक लोग इसके लिए पंजीकरण करवा चुके हैं।

हर दो महीने में लिया जाएगा फीडबैक और टेस्ट 
दो दिनों में मूल विषयों पर विशेषज्ञ दस सत्रों में बात रखेंगे और संवाद होगा। इस शिविर के विभिन्न सत्रों में समाजशास्त्री, शिक्षाविदों सहित अनेक क्षेत्रों की ह​स्तियां मार्गनिर्देशन करेंगी। उन्होंने बताया कि इसके बाद जमीनी स्तर पर काम शुरू होगा। प्रशिक्षण में भाग लेने वालों को अपने अपने इलाके में काम करने को कहा जाएगा जिसका फीडबैक और टेस्ट हर दो महीने में होगा। साथ ही यह प्रक्रिया सतत चलती रहेगी। 

पहले भी डॉ अंबेडकर समेत तमाम हस्तियों ने की पहल
जेएनयू में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर एम एन ठाकुर ने कहा कि प्रमुख राजनीतिक दलों और विश्वविद्यालय स्तर पर राजनीतिक प्रशिक्षण की परंपरा व अवसर लगभग समाप्त होने के बीच ऐ​से प्रशिक्षणों की जरूरत महसूस की जा रही है। पहले भी डॉ अंबेडकर और अन्य हस्तियां ऐसी कोशिश कर चुकी हैं, उन कोशिशों को आगे बढ़ाने की कोशिशें भी हुईं है और यह प्रक्रिया चल रही है।

किसी भी पार्टी और विचारधार के जुड़ सकते हैं लोग 
भारतीय प्रशासनिक सेवा छोड़कर सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता बने डॉ. चौधरी के अनुसार स्वस्थ और असली लोकतंत्र की स्थापना के लिए योग्य जनों का विधानसभा में पहुंचना जरूरी है। इसमें किसी भी पार्टी या विचारधारा से जुड़े लोग भाग ले सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में अगले साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चौधरी को उम्मीद है कि उनकी इस पहल से कुछ अच्छे और नए लोग चुनावी चयन प्रक्रिया में शामिल होंगे।

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