पंजाब जल्द ही नशा मुक्त बनेगा
punjabkesari.in Friday, Mar 07, 2025 - 09:11 PM (IST)

चंडीगढ़, 7 मार्च:(अर्चना सेठी) पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए पंजाब सरकार द्वारा चलाई गई "युद्ध नशों विरुद्ध" मुहिम के तहत आज ग्राम विकास एवं पंचायत, उद्योग एवं व्यापार, पूंजी निवेश प्रोत्साहन, श्रम एवं पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने बठिंडा जिले के सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक की। उन्होंने कहा कि पंजाब की जवानी को बर्बाद करने वाले नशा तस्करों के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है।
उन्होंने सभी पुलिस और सिविल प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि मालवा के दिल बठिंडा से नशे की समस्या को समाप्त करने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जाए। साथ ही, स्कूलों और कॉलेजों के युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान शुरू किया जाए, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी नशे की गिरफ्त में न फंसे।
सौंद ने जिला अधिकारियों से कहा कि नशे का खात्मा एक बड़ी चुनौती है, जिसे तभी जीता जा सकता है जब हर अधिकारी इसे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझकर पूरा सहयोग दे। उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान में गांवों की पंचायतों का भी सहयोग लिया जाए और लोगों को यह संदेश दिया जाए कि नशे के सौदागरों की जानकारी बेखौफ होकर पुलिस को दें, और उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि "युद्ध नशों विरुद्ध" मुहिम राज्य को नशा मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने समाज के हर वर्ग से इस मुहिम में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशे के आदी लोगों को पुनर्वासित करने के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि किसी परिवार का कोई सदस्य नशे की दलदल में फंस गया है, तो उसे सरकारी नशा छुड़ाओ केंद्र में लाया जाए। सरकार यह वादा करती है कि उनकी जिंदगी बचाकर उन्हें दोबारा एक स्वस्थ जीवन जीने का मौका दिया जाएगा।
सौंद ने नशे के सौदागरों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे या तो नशे का कारोबार बंद कर दें या फिर पंजाब छोड़कर चले जाएं। उन्होंने कहा कि हम पंजाब की जवानी को बचाना चाहते हैं और इसे गुमराह करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि नशे के सौदागरों द्वारा अवैध तरीके से बनाई गई संपत्तियों को ध्वस्त किया जा रहा है, ताकि कोई भी दोबारा पंजाब के युवाओं को नशे की ओर न धकेल सके।
उन्होंने कहा कि गांवों में जागरूकता नाटकों का आयोजन किया जाएगा और सिविल व पुलिस प्रशासन को आपसी तालमेल से अभियान को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि हर स्कूल की बाहरी दीवार पर नशे के खिलाफ जागरूकता बोर्ड लगाए जाएं। इसी तरह, सभी सार्वजनिक स्थलों पर भी जागरूकता बोर्ड लगाए जा सकते हैं।