दक्षिण भारत में पंजाब का निवेश संवाद आगे बढ़ा
punjabkesari.in Friday, Nov 14, 2025 - 07:47 PM (IST)
चंडीगढ़, 14 नवंबर (अर्चना सेठी) पंजाब सरकार ने हैदराबाद और चेन्नई में अपने उच्च-स्तरीय निवेश एवं उद्योग संवादों की श्रृंखला को सफलतापूर्वक संपन्न किया, जिसके परिणामस्वरूप दक्षिण भारतीय उद्योगों में प्रोग्रेसिव पंजाब इन्वेस्टर्स’ समिट 2026 के प्रति उल्लेखनीय उत्साह देखने को मिला। कैबिनेट मंत्री (उद्योग एवं वाणिज्य, निवेश प्रोत्साहन, पावर और एनआरआई मामलों) संजीव अरोड़ा के नेतृत्व में आयोजित की गई, जिनके साथ उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, पंजाब डेवलपमेंट कमीशन और इन्वेस्ट पंजाब के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान मोबिलिटी, एयरोस्पेस, रक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, फूड प्रोसेसिंग, हेल्थकेयर, पर्यटन और इंजीनियरिंग सेवाओं सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर किया गया।
हैदराबाद में प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख कंपनियों के साथ विस्तृत चर्चाएँ कीं। पंजाब आधारित उद्योग को अपनी रक्षा और इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में सम्मिलित करने की रुचि व्यक्त की। अरोड़ा ने राज्यसभा सांसद और रामकी समूह के संस्थापक, अल्ला अयोध्या रामी रेड्डी से मुलाकात कर अवसंरचना और विनिर्माण क्षेत्र में बड़े स्तर पर सहभागिता की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया। प्रतिनिधिमंडल ने ब्रहमोस एयरोस्पेस का भी दौरा किया, जहाँ पंजाब के उद्योग की भारत के उभरते एयरोस्पेस इकोसिस्टम में भागीदारी पर चर्चा की गई। इसके साथ ही सिंधु हॉस्पिटल (हेटरो ग्रुप द्वारा स्थापित) के दौरे में उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं, डायग्नोस्टिक्स और मेडिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों का मूल्यांकन किया गया।
शाम के सत्र में डॉ. बी. पार्थसारथि रेड्डी, प्रो. दुलाल पांडा, अभिजीत बनर्जी, वरुण सुरेखा सुधाकर राव और अनिरुद्ध गुप्ता सहित उद्योग जगत के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने पंजाब के मजबूत शोध एवं नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र, सुगम व्यापार वातावरण, पारदर्शी प्रक्रियाओं और सक्रिय नियामक ढांचे को प्रभावशाली बताया।
चेन्नई रोडशो के दौरान भी उद्योग जगत ने समान उत्साह प्रदर्शित किया। प्रतिनिधिमंडल ने प्रतिष्ठित कंपनियों के नेतृत्व से भेंट कर खाद्य प्रसंस्करण, क्लीन मोबिलिटी, इंजीनियरिंग डिजाइन, डिजिटल परिवर्तन और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर चर्चा की। मुरुगप्पा समूह के साथ हुई बैठक विशेष रूप से उल्लेखनीय रही, जिसमें समूह के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने पंजाब में अपने सुदृढ़ कार्यबल आधार, राज्य की पारदर्शी शासन प्रणाली और त्वरित सुविधा मॉडल की सराहना की तथा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सहित अन्य क्षेत्रों में विस्तार की संभावनाएँ व्यक्त कीं। कई कंपनियों ने मोहाली, लुधियाना और राजपुरा में अवसरों का अध्ययन करने में रुचि जताई। मोहाली को “उत्तर भारत का अगला गुरुग्राम” बताते हुए इसके डेटा-आधारित डिजिटल उद्यमों के लिए उभरते केंद्र के रूप में पहचान दी। पंजाब की पावर-सरप्लस स्थिति को डेटा सेंटर क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण लाभ के रूप में भी रेखांकित किया गया।
पूरे दौरे के दौरान माननीय मंत्री संजीव अरोड़ा ने उद्योग जगत को पंजाब के बेहतर होते व्यावसायिक वातावरण के बारे में बताया। उन्होंने भारत सरकार द्वारा ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में पंजाब को प्राप्त ‘टॉप अचीवर’ की श्रेणी का उल्लेख किया और बताया कि राज्य ने अब तक लगभग ₹1.37 लाख करोड़ के वास्तविक और ज़मीनी निवेश आकर्षित किए हैं, जिससे लगभग पाँच लाख रोजगार अवसरों का सृजन हुआ है। उन्होंने राइट टू बिज़नेस एक्ट में किए गए सुधारों का जिक्र करते हुए कहा कि स्वीकृत औद्योगिक पार्कों में स्थित इकाइयों को पाँच कार्य दिवसों में इन-प्रिंसिपल अप्रूवल दिया जाता है, जबकि RTBA के बाहर आने वाली सभी परियोजनाओं को 45 कार्य दिवसों के भीतर निपटाना अनिवार्य है। उद्योग जगत ने पंजाब की आधुनिक अवसंरचना, कुशल लॉजिस्टिक्स, शांतिपूर्ण श्रम वातावरण, टैलेंट उपलब्धता, उच्च गुणवत्ता वाले शोध संस्थानों और पूर्णतः डिजिटाइज्ड, पारदर्शी और उत्तरदायी शासन प्रणाली को अत्यंत सकारात्मक पाया। कई कंपनियों ने पंजाब को उत्तरी भारत के पारंपरिक औद्योगिक केंद्रों का एक मजबूत और विश्वसनीय विकल्प बताया।
