तहसीलों को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की दिशा में अग्रसर पंजाब
punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 07:26 PM (IST)

चंडीगढ़, 9 जून (अर्चना सेठी) पंजाब के मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य सरकार के अथक प्रयासों के कारण पूरे पंजाब की सभी तहसीलें और उप-तहसील कॉम्प्लेक्स भ्रष्टाचार मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
यहाँ नवनिर्मित तहसील कॉम्प्लेक्स को जनता को समर्पित करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि जब राज्य सरकार ने कार्यभार संभाला था, तब राजस्व अधिकारी सोचते थे कि उनके पास भ्रष्टाचार के माध्यम से लोगों को लूटने का दैवीय अधिकार है। उन्होंने कहा कि वे आम लोगों को छोटे-मोटे कामों के लिए भी परेशान करते थे और यदि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती थी, तो काम में अड़चन डालने की धमकी देते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन का वादा करके सत्ता में आई है, जिसके कारण राज्य सरकार ने इसके खिलाफ व्यापक कार्रवाई शुरू की है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप पूरे पंजाब की सभी तहसीलें और उप-तहसील कॉम्प्लेक्स भ्रष्टाचार मुक्त होने की दिशा में बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी सामूहिक छुट्टियों या हड़तालों के बहाने आम लोगों को परेशान करते थे, लेकिन राज्य सरकार इन भ्रष्ट अधिकारियों के सामने नहीं झुकी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ‘आप’ सरकार भ्रष्टाचार के प्रति बिल्कुल भी सहनशीलता नहीं रखती और इन अधिकारियों की ब्लैकमेलिंग को बर्दाश्त नहीं किया गया, साथ ही भ्रष्ट और अहंकारी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि इन अधिकारियों के विरोध प्रदर्शनों से सख्ती से निपटा गया, क्योंकि वे भ्रष्टाचार का लाइसेंस लेना चाहते थे, जिसकी किसी भी कीमत पर अनुमति नहीं दी जा सकती। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब इन भ्रष्ट तहसीलदारों को भ्रष्टाचार की पूरी श्रृंखला तोड़ने के लिए एक पद से दूसरे पद पर स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने भ्रष्टाचार की तुलना कैंसर की घातक बीमारी से करते हुए कहा कि कीमोथेरेपी (सख्त कार्रवाई) ही इसका एकमात्र इलाज हो सकता है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार को रोकने के लिए राज्य सरकार ने जमीन के दस्तावेजों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सरल कर दिया है, जो आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करता है, निजी वसीका नवीसों पर निर्भरता कम करता है, और नागरिकों को अपने लेन-देन स्वयं करने का अधिकार देता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब लोगों को भुगतान के लिए बैंकों में जाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ऑनलाइन एकीकृत भुगतान प्रणाली सभी आवश्यक शुल्क, जैसे स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क, को एक ही डिजिटल लेन-देन में भुगतान करने की अनुमति देती है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि यह प्रणाली डिमांड ड्राफ्ट या नकदी प्रबंधन की आवश्यकता को समाप्त करती है और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दूर करती है।
मुख्य मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का परिणाम है, जिसके कारण उन्होंने पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए ठोस प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने कार्यभार संभालने के पहले दिन से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाई है। इस नेक कार्य के लिए पंजाबियों से पूर्ण सहयोग और दिल से समर्थन की मांग करते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले समय में भी इस अभियान को सफल बनाना बहुत जरूरी है।
पटियाला के शाही परिवार पर तीखा हमला करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि पटियाला और इसके आसपास का क्षेत्र पुराने शासकों के संकीर्ण हितों और लालच के कारण विकास के मामले में पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने शहर की बदहाली की कीमत पर अपने महल बनाए। उन्होंने कहा कि यह हास्यास्पद है कि सत्ता में बैठे ‘महाराजा’ शहर के विकास से ज्यादा अपने विकास को लेकर चिंतित थे। भगवंत मान ने अफसोस जताया कि पटियाला से आए पंजाब के शासकों ने शहर के विकास को पूरी तरह से अनदेखा किया।
मुख्य मंत्री ने कहा कि पारंपरिक राजनीतिक पार्टियां उनसे नाराज हैं, क्योंकि वे यह पचा नहीं पा रही हैं कि साधारण घरों से निकला कोई व्यक्ति राज्य की सत्ता को प्रभावी ढंग से चला रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों का पारंपरिक राजनीतिक पार्टियों के जनविरोधी और पंजाब विरोधी रवैये के कारण उनसे विश्वास उठ गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के समझदार और बहादुर लोगों ने 2022 के विधानसभा चुनावों में इन पार्टियों को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया और ‘आप’ को भारी बहुमत दिया।
मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य में विकास नई ऊंचाइयों को छू रहा है, क्योंकि राज्य के लोगों ने एक ईमानदार सरकार चुनी है, जो लोगों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पहले लोगों को भ्रष्ट और अवसरवादी नेताओं को चुनना पड़ता था, जो उनका एकमात्र विकल्प था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य ने आम लोगों के लिए नागरिक-केंद्रित सेवाओं की सुचारू और निर्बाध डिलीवरी के एक नए युग की शुरुआत की है।
मुख्य मंत्री ने दोहराया कि अकाली नेताओं ने पैसे के लालच के कारण शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एस.जी.पी.सी.) को केवल ‘शिरोमणि गोलक प्रबंधक कमेटी’ बना दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बादलों ने धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए अपनी राजनीतिक शक्ति का दुरुपयोग किया, जिसमें अपने निजी हितों के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों की नियुक्ति में हेरफेर करना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि वित्तीय लालच के कारण अकालियों ने एस.जी.पी.सी. की पवित्रता को नष्ट किया और संकीर्ण राजनीतिक हितों के लिए एस.जी.पी.सी. और श्री अकाल तख्त साहिब दोनों का दुरुपयोग किया।
मुख्य मंत्री ने महिलाओं से आगे आकर राजनीति में हिस्सा लेने का आह्वान किया, ताकि वे निर्णय लेने और नीति निर्माण में सक्रिय भागीदार बन सकें और समाज में अत्यंत आवश्यक बदलाव ला सकें। उन्होंने कहा कि आजकल लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से आगे हैं, लेकिन राजनीति में अभी भी उन्होंने नाम नहीं कमाया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र को पहले पुरुषों का गढ़ माना जाता था, लेकिन अब समय आ गया है जब महिलाओं को इस क्षेत्र में भी बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि समानता वाले समाज की रचना और समाज व राज्य के व्यापक हित के लिए इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बहुत जरूरी है।