पुणे के यवत में आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट से तनाव, भारी पुलिस बल तैनात दागे आंसू गैस के गोले
punjabkesari.in Friday, Aug 01, 2025 - 04:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क : पुणे जिले के दौंड तालुका के यवत गांव से बड़ी खबर सामने आई है, जहां सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर दो गुटों के बीच तनाव पैदा हो गया। स्थिति को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे हैं। मामला 25 जुलाई की सुबह का है, जब यवत निवासी एक युवक द्वारा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट साझा किए जाने के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस के अनुसार, यह युवक सैय्यद नामक व्यक्ति है, जिसे यवत पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि, पोस्ट की सटीक जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
इस बीच, सैय्यद के सहकार नगर स्थित घर पर स्थानीय लोगों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने की जानकारी मिली है। हालांकि समय रहते पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आगजनी जैसी गंभीर घटना को टाल दिया। तनाव की जड़ बीते शनिवार, 26 जुलाई को नीलकंठेश्वर मंदिर में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के साथ कथित छेड़छाड़ की घटना से जुड़ी है। इस घटना को एक समुदाय विशेष के युवक द्वारा अंजाम दिए जाने की बात सामने आई है, जिसे पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया था। तभी से यवत इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।
घटना की पृष्ठभूमि में रविवार, 27 जुलाई को यवत में जन आक्रोश मोर्चा निकाला गया, जिसे बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर और राकांपा विधायक संग्राम जगताप ने संबोधित किया। इस मोर्चे में स्थानीय नागरिकों और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ देखी गई। वर्तमान में यवत समेत दौंड तालुका के कई गांवों में बंद का आह्वान किया गया है। पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और लगातार गश्त कर रहा है।
दो-तीन दिनों तनावपूर्ण माहौल
पुणे जिले के दौंड तालुका स्थित यवत गांव में बीते दो-तीन दिनों से लगातार तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। एक आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद उपजे विवाद के चलते इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों द्वारा लगातार लोगों से संवाद कर माहौल शांत करने की कोशिश की जा रही है।
इस मामले पर दौंड से विधायक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यवत में पिछले कुछ दिनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन और पुलिस लगातार लोगों से संपर्क कर स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल वहां बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हो चुकी है, जिस कारण और अधिक सुरक्षा बल की आवश्यकता पड़ी।”
यह दुर्भाग्यपूर्ण है: विधायक जितेंद्र आव्हाड
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एनसीपी नेता और विधायक जितेंद्र आव्हाड ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिन इलाकों में कभी सांप्रदायिक तनाव नहीं देखा गया, वहां अब जानबूझकर तनाव पैदा किया जा रहा है। यह राजनीतिक लाभ के लिए महाराष्ट्र की सेहत बिगाड़ने का प्रयास है। नेताओं का काम शांति कायम रखना होता है, न कि तनाव फैलाना। मौजूदा समय में कुछ नेता तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, जो निंदनीय है।”
वहीं यवत के स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह पूरा विवाद एक युवक की सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुआ। ग्रामीणों के अनुसार, बाहर से आए कुछ लोगों ने स्थिति को और भड़काया। हालांकि, अब स्थानीय नेताओं के सक्रिय होने के बाद कई लोग अपने घर लौट गए हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि इलाके में जल्द ही शांति बहाल हो जाएगी।
पुलिस की अपील:
यवत पुलिस निरीक्षक नारायण देशमुख ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और कानून को अपने हाथ में न लें। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।