पुलवामा अटैक: यहां देखें हमले में शहीद हुए जवानों की पूरी लिस्ट

Friday, Feb 15, 2019 - 02:19 PM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर सुरक्षा बलों को निशाना बनाया है। श्रीनगर से सिर्फ  20 किलोमीटर दूर पुलवामा में अवंतिपुरा के गोरीपोरा इलाके में सुरक्षा बलों के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने आत्मघाती हमला किया। इस धमाके में 38 जवान शहीद होने की पुष्टि हो गई है, जबकि कईं जवानों के घायल होने का समाचार है। इनमें से कई जवानों की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सभी जवानों की लिस्ट सामने आई है। इस लिस्ट के अनुसार यूपी के 12 जवान,  राजस्थान के 5,पंजाब के 4 जवान, हिमाचल प्रदेश का 1 जवान है। ये रही पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की पूरी लिस्ट। 

मिली जानकारी के अनुसार काफिले में सी.आर.पी.एफ. की करीब 78 गाडिय़ों में 54वीं, 179वीं व 34वीं बटालियनों के 2547 जवान सवार थे। आतंकियों ने सुरक्षा  बलों की 2 गाडिय़ों को निशाना बनाया।  उड़ी के बाद यह बड़ा आतंकी हमला है। उड़ी हमले में 19 जवान शहीद हुए थे। सुरक्षा बलों का यह काफिला श्रीनगर-जम्मू हाईवे से होकर जा रहा था। यह एकमात्र हाईवे है, जो कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। भारी बर्फबारी के कारण 7 दिनों के बाद 13 फरवरी को इस राजमार्ग पर यातायात फिर से शुरू किया गया था। 



 धमाके की आवाज से दहला पूरा इलाका
 धमाके की आवाज से पूरा इलाका दहल गया।  सेना के जवाबी हमले  पर आतंकी वहां से भाग निकले। इसके उपरांत जवानों ने पूरे इलाके को घेरते हुए कार बम विस्फोट से तबाह हुई बस में पड़े जख्मी और मृत जवानों को बाहर निकलवा कर अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया। स्थिति इतनी भयावह थी कि धमाके की चपेट में आई बस में सवार कई जवान, जिनकी मौत हुई है, के शव सड़क पर गिरे पड़े थे व कई लाशों के चीथड़े तक उड़ गए थे।

रिमोट कंट्रोल्ड व्हीकल आई.ई.डी. हमला या फिदायीन हमला?
सूत्रों ने बताया कि दोपहर लगभग 3.20 बजे इस फिदायीन  हमले को अंजाम दिया गया। सूत्रों का कहना है कि सड़क पर एक चौपहिया वाहन में करीब 350 किलो का आई.ई.डी. लगाया गया था। वाहन हाईवे पर खड़ा था। जैसे ही सुरक्षा बलों का काफिला वाहन के पास से गुजरा, वाहन में सवार आतंकी ने काफिले में चल रही बसों को वाहन से टक्कर मार दी, जिसके बाद वहां जोरदार ब्लास्ट हो गया। वाहन धू-धू कर सड़क पर जलने लगा, बस के एक हिस्से से भी आग की लपटें निकलने लगीं। वहीं सी.आर.पी.एफ. के सूत्रों का कहना है कि जब काफिला वहां से गुजर रहा था तो सड़क के किनारे खड़े एक चौपहिया वाहन, जिसमें आई.ई.डी. लगाया गया था, में विस्फोट हो गया। संभावना है कि यह एक रिमोट कंट्रोल्ड व्हीकल आई.ई.डी. था। 

कहां रह गई चूक?
सुरक्षा बलों का काफिला जब गुजरता है तो हाईवे पर आम लोगों की आवाजाही रोकी नहीं जाती है। आतंकियों ने इसी का फायदा उठाया। सुरक्षा बलों का जब कोई बड़ा काफिला गुजरता है तो हाईवे पर सुबह 8 से लेकर रात 8 बजे तक सुरक्षा बल तैनात रहते हैं। मूवमेंट के दौरान भी 4 से 5 गाडिय़ां काफिले की सुरक्षा के लिए आगे चलती हैं। कुछ जवान पैदल चलते हुए भी इसकी निगरानी करते हैं कि कहीं कोई आतंकी काफिले में घुसने की कोशिश तो नहीं कर रहा है। हर 500 मीटर की दूरी पर जवान तैनात रहते हैं।

 

Anil dev

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