पुलवामा के जवाब ने बदल दी भारत की छवि

Wednesday, Mar 06, 2019 - 10:41 AM (IST)

नई दिल्ली: पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला और उसके बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के इलाके में जाकर हवाई हमला करने के बाद भारत की एक नई छवि उभरकर सामने आई है। लगभग तीन दशकों से पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों और नॉन स्टेट एक्टर्स ने भारत के खिलाफ छद्म युद्ध चला रखा है। इसपर अब तक भारत जिस तरह से प्रतिक्रिया देता रहा है या जिस तरीके से निपटता रहा है, उसमें एक बड़ा बदलाव आ गया है। न केवल राजनीतिक नेतृत्व और इच्छाशक्ति में बल्कि आम जनमानस की सोच में भी बड़ा बदलाव है। भारत में आतंकी हमले पहले भी हुए हैं, लेकिन पुलवामा हमले के बाद जिस तरह भारत ने पाकिस्तान के अंदर जाकर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया है, वह उसकी कूटनीति, राजनीतिक इच्छाशक्ति और विदेश नीति में नया रुख दिखाती है। 



भारत की सरकार ने लिया एक सख्त निर्णय
1971 के बाद पहली बार भारत के 12 लड़ाकू विमान पाकिस्तान के अंदर 80 किमी तक घुसे हैं और पाक अधिकृत कश्मीर के आगे जाकर खैबर पख्तूनख्वाह के बालाकोट में आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को ध्वस्त किया है। अब भारत का पूरी दुनिया को साफ संदेश है कि पाकिस्तान में आतंकियों के ट्रेङ्क्षनग कैम्प कहीं भी हों सुरक्षित नहीं हैं। भारत की सरकार ने एक सख्त राजनीतिक व सैन्य निर्णय लिया और पूरे देश के लिए मजबूत सामूहिक राष्ट्रीय इच्छाशक्ति का नया स्तर प्रदर्शित किया है। भारत की खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान के अंदर की अहत जानकारियां हासिल कीं और अपने लक्ष्यों को निर्णायक तरीके से पहचाना है। भारत ने जो एयर स्ट्राइक किया है वह दिखाता है कि इसकी सशस्त्र सेनाओं ने शानदार तकनीकी स्तर, कार्यशैली और हौसले की परिभाषा को एक नया रूप प्रदर्शित किया है। सशस्त्र सेनाओं ने साजो सामान और हथियारों से आगे जाकर प्रोफेशनलिज्म की मिसाल पेश की है। 



1 मार्च को कमांडर अभिनंदन ने भारत की धरती पर कदम
पूरे देश ने देखा कि जब 1 मार्च को विंग कमांडर अभिनंदन ने भारत की धरती पर कदम रख तो देश को एक नया हीरो या आइकॉन या कहें तो युवा नेतृत्व का आदर्श मिल गया। भारत की नई पीढ़ी को किस तरीके से दृढ़ निश्चय से काम करना है और मुश्किल की घड़ी में अपने हौसले को कैसे बनाए रखना है इसकी उतकृष्ट बहाने छोड़ दिया गया। सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि जैश के संस्थापक मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ सहित इसके 44 सदस्यों को जांच के लिए एहतियाती हिरासत में लिया गया है। उन्हें पाकिस्तान के आतंकरोधी कानूनों के तहत गिरफ्तार नहीं किया गया है। पूरी संभावना है कि इन आतंकवादियों को हिरासत में लिया जाना उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की चाल हो सकती है। 



भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हमले के बाद वहां डर समा गया
दरअसल, बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हमले के बाद पिछले कुछ दिनों से वहां डर समा गया है। अजहर और हाफिज सईद को अतीत में कई बार हिरासत में लिए जाने के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों ने आकलन किया है। इन दोनों को शांति में खलल डालने से जुड़े कानून के तहत कई बार हिरासत में लिया गया था। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अजहर और सईद को पाकिस्तान के आतंकवाद रोधी कानून, 1997 के तहत कभी अभियोजित नहीं किया गया।  पाकिस्तान से मिली खबरों के मुताबिक जैश के खिलाफ कार्रवाई पाकिस्तान की राष्ट्रीय कार्रवाई योजना का क्रियान्वयन करते हुए की गई। 

Anil dev

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