PSLV ने लगाया उपग्रह प्रक्षेपण का शतक

Wednesday, Jun 22, 2016 - 11:50 PM (IST)

श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) द्वारा विकसित प्रक्षेपण यान पीएसएलवी ने बुधवार को एक साथ 20 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित कर एक बार फिर अपनी विश्वसनीयता प्रमाणित की है। इसके साथ ही पीएसएलवी ने उपग्रह प्रक्षेपणों का शतक भी पूरा कर लिया। पीएसएलवी-सी34 ने यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे प्रक्षेपण स्थल से आज सुबह 9.26 बजे अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी और अगले 26 मिनट 30 सेकेंड में धरती से 508 किलोमीटर की ऊंचाई पर इसरो के कार्टोसैट-2 समेत 20 उपग्रहों को अंतरिक्ष में छोड़ा। 
 
इनमें 17 विदेशी उपग्रह भी शामिल थे। इस प्रकार पीएसएलवी से वर्ष 1999 से अब तक छोड़े गए उपग्रहों की संया 113 पर पहुंच गई है। इनमें 39 स्वदेशी तथा 74 विदेशी उपग्रह हैं। यह पीएसएलवी का लगातार 35वां सफल प्रक्षेपण था जिनमें‘एक्सएल’श्रेणी में यह 14वां सफल प्रक्षेपण था। विकास के चरण में 20 सितंबर 1993 के पहले प्रक्षेपण को छोड़कर पीएसएलवी हमेशा सफल रहा है। इससे पहले जब 28 अप्रैल 2008 को इसरो ने सर्वाधिक 10 उपग्रहों का एक साथ प्रक्षेपण किया था उस समय भी प्रक्षेपण यान के रूप में पीएसएलवी (सी9) का ही इस्तेमाल किया गया था। 
 
पीएसएलवी (सी2) ने सबसे पहले 26 मई 1999 में जर्मनी के 45 किलोग्राम वाले डीएलआर-टबसैट उपग्रह को छोड़कर विदेशी उपग्रहों को छोडऩे की शुरुआत की थी। आरंभिक वर्षों की धीमी शुरुआत के बाद वर्ष 2008 से पीएसएलवी प्रक्षेपणों ने गति पकड़ी जब इसका तीन सफल प्रक्षेपण किया गया। इसके बाद साल दर साल इसके प्रक्षेपणों की संख्या बढ़ती गई। पिछले साल इसरो ने पीएसएलवी के चार प्रक्षेपण किए थे तथा इस साल पहले छह महीने में ही चार प्रक्षेपण किए जा चुके हैं। 
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