श्रीनगर में नागरिक हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

Tuesday, Jul 10, 2018 - 06:00 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर आर्थिक गठबंधन (के.ई.ए.) ने मंगलवार को श्रीनगर के लालचौक इलाके में दक्षिण कश्मीर के शोपियां और कुलगाम जिलों में सुरक्षाबलों की कार्रवाई में नागरिकों की मौत और घायल लोगों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व के.ई.ए. के सह-अध्यक्ष फारुक अहमद डार ने किया। के.ई.ए. सदस्यों ने कश्मीर समर्थक नारेबाजी करते हुए कहा कि वह कश्मीरी लोगों के नरसंहार को बंद करने की मांग करते हैं। लालचौक के ऐतिहासिक घंटाघर के पास प्रदर्शनकारियों ने कश्मीरियों का नरसंहार और सरकारी आतंकवाद बंद करो के नारे लगाए। 


इस अवसर पर कश्मीर में नागरिक हत्याओं की निंदा करते हुए फारुक डार ने इसे यहां मुस्लिम आबादी को खत्म करने के लिए भारतीय सुरक्षाबलों की एक साजिश करार दिया। उन्होने दोहराया कि जम्मू कश्मीर एक विवादित राज्य है और इस लंबत विवाद के समाधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आगे आने की अपील की। 

दो दिनों में सात लोगों की हत्या
दक्षिण कश्मीर में नागरिक हत्याओं का जिक्र करते हुए डार ने कहा कि दो दिनों में सात लोगों की हत्या की गई जो बेहद निंदाजनक हैं। इसे तुरन्त रोक दिया जाना चाहिए। मैं भारतीय नागरिक समाजों और बुद्धिजीवियों से अनुरोध करता हूं कि वह कश्मीर में नागरिकों पर बल का इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए भारतीय सरकार पर दबाव डालें। डार ने कहा कि वह कश्मीरियों के नरसंहार को रोकने और मुद्दे के समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र और एमनेस्टी इंटरनेशनल से अपील करते हैं। 

मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप
उन्होंने सुरक्षाबलों की आलोचना करते हुए कहा कि कश्मीर में मानवाधिकारों और बाल अधिकारों की परवाह किए बिना सुरक्षाबलों द्वारा बच्चों पर गोलियां और पेलेट चलाई जाती हैं तथा उत्पीडऩ किया जाता है। डार ने कहा कि हम लोगों पर अत्याचारों और हत्याओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि भारत ने कश्मीर में अत्याचारों को नहीं रोका तो इसके गंभीर परिणाम निकलेंगे। तो हम सडक़ों पर उतर आएंगे। हालांकि, मैं व्यापारिक समुदाय का प्रतिनिधित्व करता हूं लेकिन कश्मीर में सुरक्षाबलों के हाथों हत्याओं के खिलाफ विरोध करना हमारी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी है।

Monika Jamwal

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